जगदलपुर। बस्तर पुलिस महिला सम्बंधित अपराधों को लेकर महिलाओं को जागरूक कर रही है। जागरूकता की वजह से अब महिलाएं अपने साथ होने वाले अपराधों के बारे में तुरंत थाने में मामला दर्ज करवाती है। इसीलिए कहीं ना कहीं महिला अपराधों से संबंधित एफआईआर के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है। बस्तर पुलिस महिला अपराधों को लेकर काफी संवेदनशील है। इस संदर्भ में लगातार बैठकें की जा रही है जिसके अच्छे रिजल्ट भी आ रहे हैं। यह कहना है बस्तर पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा का ।
यदि हम आंकड़ों पर नजर डालें तो बस्तर जिले के थानों में दर्ज बलात्कार के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। 2017 में जहां बस्तर में बलात्कार के 60 मामले दर्ज हुए तो वहीं 2019 में 103 मामले दर्ज हुए। यह कहीं ना कहीं दर्शाता है कि बस्तर की महिलाएं अपने पर हो रहे अन्याय और शोषण के खिलाफ जागरूक हुई हैं। आरोपी को सजा दिलवाने वे थानों तक पहुंचती हैं और एफआईआर दर्ज करवाती हैं।
महिला संबंधित अपराधों को रोकना छत्तीसगढ़ पुलिस की पहली प्राथमिकता है। इसी संदर्भ में डीजीपी छत्तीसगढ़ डीएम अवस्थी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सभी जिलों के एसपी को सख्त निर्देश दिए है कि महिला अपराधों सम्बंधित लंबित प्रकरणों का त्वरित निराकरण किया जाए।
महिलाओं में जागरूकता आने की एक वजह बस्तर पुलिस के प्रयास भी है।आमचो बस्तर आमचो पुलिस अभियान के तहत बस्तर पुलिस के अधिकारी गांव में जाकर ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण करते हैं। जिसके चलते ग्रामीणों में पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ा है। पिंक टीम द्वारा जगदलपुर शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी महिलाओं को महिला संबंधित अपराधों के बारे में जानकारी दी जा रही है। महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है कि यदि उनके साथ कहीं भी अन्याय या शोषण होता है तो वे पुलिस की मदद लें।निश्चित तौर पर जनता का बस्तर पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ा है। शायद यही वजह है कि महिलाएं बेखौफ होकर थानों में पुलिस की मदद ले रही हैं।