यदि आप जगदलपुर शहर के किसी ब्यूटी पार्लर में अपनी स्किन और बालों को खूबसूरत बनाने के लिए जा रहीं हैं तो सावधान हो जाइए। जगदलपुर के कई ब्यूटी पार्लरों में नकली और घटिया प्रोडक्टस का इस्तेमाल किया जा रहा है। आपकी खूबसूरती के साथ खिलवाड़ करने के साथ ही आपको गम्भीर बीमारियां भी तोहफे में दी जा रही हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि ग्राहकों को सस्ते पैकेज देकर नकली और घटिया किस्म के प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने का काम धड़ल्ले से चल रहा है आपको यह बताया जाता है कि उनका वह प्रोडक्ट ब्रांडेड कंपनी के प्रोडक्ट से ज्यादा अच्छा है और इसका रिजल्ट बहुत बढ़िया आता है। लेकिन जब ब्यूटी ट्रीटमेंट का भयंकर परिणाम सामने आता है तब महिला ग्राहक को पता चलता है कि उनकी चमड़ी पर जिस प्रोडक्ट का इस्तेमाल किया गया था वह घटिया क्वालिटी का था।
जब कोई महिला किसी ब्यूटी पार्लर में जाकर कहती है कि मुझे अमुक ब्रांडेड कंपनी का फेशियल करवाना है। तो अच्छे ब्यूटी पार्लर में तो सारे प्रोडक्ट जैसे क्लींजिंग मिल्क, स्क्रब, जेल एवं क्रीम उसी कंपनी के ही होते हैं। लेकिन शहर के कुछ ब्यूटी पार्लर में अकेली क्रीम उसी ब्रांडेड कंपनी की होती है परन्तु बाकी प्रोडक्ट लोकल होते हैं। आप किसी भी कम्पनी का फेशियल करवा लो लेकिन स्क्रब और क्लींजिंग मिल्क वे लोकल और घटिया कम्पनी का ही इस्तेमाल करते हैं। चूंकि फेशियल के दौरान लाइट के साथ साथ आंखें भी बंद होती हैं इसलिए महिलाएं देख नही पाती कि किस कम्पनी का प्रोडक्ट ट्रीटमेंट के लिए इस्तेमाल किया गया है।
बात अकेले फेशियल की ही नहीं है। आप वैक्सिंग,पेडीक्योर ,मेनिक्योर,हेयर स्पा या कोई भी ब्यूटी ट्रीटमेंट लें। सभी में घटिया क्वालिटी के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जा रहा है। कभी कभी तो ब्रांडेड कम्पनी की बोतलों में लोकल प्रोडक्ट्स डालकर भी महिलाओं को ठगा जा रहा है।
जिस तरीके से नकली ब्यूटी प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल कर महिला ग्राहकों को बेवकूफ बनाया जा रहा है वह निश्चित तौर पर ही चिंता का विषय है। इन नकली प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से चमड़ी और बाल खराब होते जा रहे हैं। स्किन स्पेशलिस्ट की मानें तो इन घटिया क्वालिटी के प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से चमड़ी पर रिएक्शन, फुंसियां, एलर्जी और कैंसर जैसी गम्भीर बीमारियां हो जाती हैं। लेकिन ब्यूटी पार्लर के संचालकों को इससे क्या लेना देना वे तो पैसे कमाने की होड़ में लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं।
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