जगदलपुर। सट्टे के कारोबार में अभी तक पुरुषों की सक्रियता थी लेकिन हो जाइए सावधान! अब बस्तर की महिलाओं ने भी इसमें एंट्री ले ली है। बस्तर खासकर जगदलपुर की कुछ महिलाएं कम समय में पैसा कमाने के लिए इस धंधे में आ रही हैं। मजे की बात यह है कि अधिकतर महिलाएं सभ्रांत परिवारों की हैं। लेकिन पैसा कमाने की भूख ने उन्हें इस कारोबार में धकेल दिया। जानकारी मिलने पर जब महिलामीडिया डॉट कॉम ने पड़ताल की तो बहुत से रहस्य उजागर हुए।
अपने पुरुष मित्र से लगवाती हैं सट्टा
जब हमने पता किया कि किस तरह से ये महिलाएं सट्टा बाजार में सक्रिय हैं तो पता चला कि वे सीधे तौर पर सट्टा लगाने नहीं जातीं।वे अपने परिवार वालों से छुपाकर अपने पुरुष मित्र की मदद से सट्टा लगवाती हैं। जीतने पर अपने पुरुष साथी को भी कुछ हिस्सा दे देती हैं।
पैसे दुगुने करने का लालच देकर फंसाती हैं
जब हमने जमीनी हकीकत जाननी चाही तो पता चला कि भोलीभाली महिलाओं को पैसे दुगुने करने का लालच देकर सट्टेबाज महिलाएं फंसाती हैं। यदि कोई महिला आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है तो वे उन्हें ब्याज पर पैसे लेकर सट्टे में लगवाने उकसाती हैं। मजे की बात यह है कि वे खुद ही ब्याज पर उन्हें पैसे देती हैं।
कई महिलाएं हो चुकी हैं तबाह
इन सट्टेबाज महिलाओं के झांसे में आकर कई महिलाएं बर्बाद हो चुकी हैं। ब्याज पर लिए हुए पैसे वापस न करने की वजह से वे कर्जदार हो चुकी हैं। लेकिन इनके घरवालों को इस बात की खबर तक नहीं है।
चेहरे पर ओढ़ रखे हैं नकाब
हमने जब सट्टेबाज महिलाओं के बारे में पता किया तो जो बात सामने आई उसने हमारे होश उड़ा दिए। शहर की कुछ ऐसी महिलायें जो ज्यादा सक्रिय दिखाई देती हैं और समाजसेवा के कामों में बढ़चढ़कर हिस्सा लेती हैं। समाजसेवा के बहाने महिलाओं के सम्पर्क में आती हैं फिर विश्वास में लेकर उन्हें इस कारोबार में लाती हैं। बाहर से समाजसेवा का लबादा ओढ़े इन महिलाओं के अंदर इतने शातिर चेहरे छुपे होंगे इस बात का आप अंदाज़ा भी नहीं लगा सकते।
इन सब बातों से एक बात निकलकर सामने आई कि पैसे कमाने की होड़ ने इन महिलाओं को अंधा कर दिया है इसलिए सही गलत का निर्णय लिए बगैर वे इस सट्टेबाजी के दलदल में कूद चुकी हैं। दुखद पहलू यह है कि इन सट्टेबाज महिलाओं की वजह से कई भोलीभाली महिलाएं बर्बाद हो रही हैं।
शेष भाग कल