बिलासपुर। पुलिस को अक्सर बेहद ही रूखे व्यवहार के लिये जाना जाता है या फिर उसे मौके ए वारदात पर हमेशा लेट पहुंचने के लिए ताने मिलते रहते है। लेकिन बिलासपुर की सरकंडा पुलिस ने इस मिथक को तोड़ दिया है। यहां की पुलिस ने कुछ ऐसा कर दिखाया हैं कि अब पूरे बिलासपुर में सरकंडा पुलिस की चर्चा की जा रही है।
दरअसल सरकंडा पुलिस को रविवार की दोपहर करीब 3 से 4 बजे के बीच सूचना मिली थी कि बहतराई डीजीएमएस आफिस के रहने वाली एक महिला ने परिवारिक विवाद के बाद फांसी लगा ली है। सूचना मिलते ही मौके पर कांस्टेबल आर सूर्यकांत राठौर और ड्राइवर आदित्य पहुंचे। महिला कमरे के अंदर फंदे पर लटकी हुई थी और दरवाजा भी अंदर से बंद था। पुलिस ने महिला के परिवार वालों की मदद से दरवाजा खोला और महिला को फंदे से उतारकर चेक किया तो महिला की सांसे चल रही थी।
महिला बेहोश थी, जिसके बाद कांस्टेबल ने महिला के चेहरे पर पानी के छींटे मारे और फिर उसे होश में लाया। होश में आने के बाद महिला ने पुलिस को बताया कि उसका उसके पति के साथ विवाद हुआ था, जिसके बाद उसने अपने कमरे में जाकर फांसी लगा ली थी। फांसी पर लटका देखकर उसके पति ने ही पुलिस को फोन कर इसकी जानकारी दी थी। फिलहाल महिला अब पूरी तरह से स्वास्थ्य है, पुलिस ने महिला और उसके पति जितेंद्र नवरंग को समझाइश दी है ताकि इस तरह का विवाद आगे न हो।