जगदलपुर। कलेक्टर रजत बंसल आज 23 अक्टूबर को जिले के आला अधिकारियों के साथ दरभा विकासखण्ड के आदिवासी बाहुल्य एवं सुदूर वनांचल ग्राम मांदर कोंटा में पहुंचकर विकास कार्यों की जमिनी हकीकत की पड़ताल की। जिससे शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों के मिल सके। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा कर उनकी मांगों एवं समस्याओं के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीणों की मांग पर स्कूली बच्चों को जाति प्रमाण पत्र बनाने में आ रही दिक्कते तथा पेयजल संबंधी समस्याओं का तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने ग्राम पंचायत मुख्यायलय से ग्राम मांदरकोंटा तक पहुंचमार्ग का निर्माण एवं अन्य समस्याओं के निराकरण हेतु त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। जिले के आला अधिकारियों के साथ जिले के मुखिया को अपने गांव में देखकर ग्रामीण काफी खुश नजर आ रहे थे। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इन्द्रजीत चन्द्रवाल, एसडीएम प्रवीण वर्मा, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के अलावा स्थानीय जनप्रतिधि एवं अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे।
कलेक्टर ने गांव के बीच में जन चौपाल लगाकर तथा ग्रामीणों से चर्चा कर योजनाओं के क्रियान्वयन एवं उनके समस्याओं के संबंध में विभागवार जानकारी ली। उन्होंने जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों से कुपोषण की समस्या को दूर करने हेतु मिलकर प्रयास करने को कहा। श्री बंसल ने कुपोषण की दुष्प्रभाव की जानकारी देते हुए इसे व्यक्ति के विकास में सबसे बड़ी बाधा बताया। उन्होंने सभी कुपोषित बच्चों को अनिवार्य रूप से एनआरसी भेजने के निर्देश भी दिए। शिक्षा विभाग के कार्यों के अन्तर्गत कोरोना काल के दौरान स्कूली बच्चों के लिए लगाए जा रहे मोहल्ला क्लास के कार्यो की भी जानकारी ली। इसके अलावा 8वीं पास सभी शाला त्यागी बच्चों को 10वीं की ओपन परीक्षा में शामिल कराने के निर्देश भी शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए। जन चौपाल के दौरान कलेक्टर ने कृषि, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, उद्यानकी एवं अन्य विभागों के कार्यो के संबंध में ग्रामीणों से चर्चा कर जानकारी ली। श्री बंसल ने ग्रामीणों एवं वनाधिकार पत्र धारी कृषकों शासन के जनकल्याणकारी योजना एवं कृषि तथा उद्यानिकी विभाग के योजना से लाभान्वित कराने हेतु विभाग के मैदानी अमले को 24 अक्टूबर को ग्राम मांदर कोंटा में जाकर योजना बनाने के निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर ने ग्रामीणों की मांगों एवं समस्याओं को पूरी संवेदनशीलता के साथ सुना एवं मौके पर उपस्थित अधिकारियों को निराकरण हेतु त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।