नई दिल्ली। पश्चिम एशियाई देश कतर में मुंबई के एक कपल को ड्रग्स के आरोप में दस साल की सजा सुनाई गई है. अब इसे लेकर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो राजनयिक चैनल्स के जरिए कपल को भारत लाने का प्रयास कर रहा है. ये कपल साल 2019 में हनीमून मनाने के लिए कतर गया हुआ था. कतर एयरपोर्ट सिक्योरिटी चेक के दौरान करीब 4 किलो हशीश रिकवर की गई थी. इसके बाद कतर की ड्रग इनफोर्समेंट एजेंसी ने दोनों को तस्करी के आरोपों में गिरफ्तार किया था.
कतर में ड्रग्स मामलों का होता है स्पीडी ट्रायल
कतर में ड्रग्स से संबंधित मामलों का स्पीडी ट्रायल किया जाता है. सुनवाई के बाद के कतर की सुप्रीम ज्युडिशयरी काउंसिल ने कपल को दस साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है. कपल का नाम मोहम्मद शरीक और ओनिबा शकीर है. दोनों पर 6 लाख रियाल का जुर्माना भी लगाया गया है.
लड़की के पिता ने शिकायत कर बताई पूरी दास्तान
इधर भारत में ओनिबा के पिता ने कतर स्थित भारतीय एंबेसी को खत लिखकर बताया है कि उनके बेटी और दामाद निर्दोष हैं. दोनों को जानबूझकर फंसाया गया है. इसके अलावा सितंबर 2019 में उन्होंने एनसीबी के हेड राकेश अस्थाना को भी खत लिखा था. उन्होंने अपने दामाद की एक रिश्तेदार तबस्सुम रियाज का जिक्र करते हुए कहा है कि उसने ही कपल को एक बैग दिया था जिसमें ड्रग्स पैक किया गया था. इस बैग को कतर में एक जानने वाले को देने की बात कही गई थी. उस रिश्तेदार ने कहा था कि इस बैग में जर्दा और पान मसाला है.
एनसीबी जांच में हुआ खुलासा
इसके बाद एनसीबी ने मामले की जांच की तो पता चला कि तबस्सुम रियाज ड्रग तस्करी गिरोह से जुड़ी हुई है जिसके पश्चिम एशिया में अच्छे खासे संबंध हैं. अब एनसीबी कतर के प्रशासन से बातचीत कर उन्हें समझाने की कोशिश कर रही है कि कपल निर्दोष है.