जगदलपुर । बस्तर पुलिस महिला अपराधों के प्रति बेहद संवेदनशील है। थाने में पीड़ित महिला की शिकायत पर किसी भी प्रकार की लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसका ताजा उदाहरण है जब एसपी बस्तर दीपक झा ने एक संवेदनशील मामले में आरोपी की मदद करने पर एक आरक्षक को सस्पेंड कर दिया।
जगदलपुर के बोधघाट थाने में 20 सितम्बर को एक महिला की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ 376 का मामला दर्ज किया गया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए बोधघाट पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करना शुरू कर दिया। तमाम कोशिशों के बाद भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ रहा था।
आरोपी के परिजनों द्वारा पीड़ित महिला पर बयान बदलने दबाव बनाया जा रहा था। पीड़ित महिला ने आरोपियों को संरक्षण देने की शिकायत पुलिस अधीक्षक दीपक झा के पास की। पुलिस अधीक्षक ने तत्काल जांच के आदेश दिए। जांच में पाया गया कि बोधघाट में पदस्थ आरक्षक ओमप्रकाश साहू आरोपियों की मदद कर रहा था। पुलिस जब तक आरोपी को पकड़ने पहुंचती तब तक आरोपी फरार हो जाता था। उक्त आरक्षक इसकी जानकारी आरोपी को पहले ही दे दिया करता था। पुलिस अधीक्षक दीपक झा द्वारा तत्काल प्रभाव से आरक्षक ओमप्रकाश साहू को सस्पेंड कर दिया गया है।
महिला अपराधों के प्रति गम्भीरता दिखाते हुए जिस तरह बस्तर पुलिस अधीक्षक दीपक झा ने कार्रवाई की है। निश्चित तौर पर उन्होंने एक नज़ीर पेश की है कि यदि बस्तर के थानों में महिला अपराधों के प्रति किसी भी तरह की लापरवाही बरती गई तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अपितु कड़ी कार्रवाई की जाएगी। निस्संदेह इस संदेश के बाद पुलिस का कोई भी अधिकारी या जवान इस तरह के कृत्य करने से बचेगा।