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15 साल से सुख-दुख के साथी पर करेंगे विश्वास या अनजान चेहरे पर लगाएंगे दांव, आईए जानें क्या कहते हैं कुशाभाऊ ठाकरे वार्ड के मतदाता

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जगदलपुर।नगरीय निकाय चुनाव को देखते हुए हर वार्ड पर महिलामीडिया डॉट इन की टीम की पैनी नजर है। मतदाताओं की समस्याओं से रूबरू होने पहुंचे हम शहर के अंतिम छोर कुशाभाऊ ठाकरे वार्ड जहां से बीजेपी से अतुल कौशल,कांग्रेस से सुनीता सिंह और निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में है। इस वार्ड के महावीर नगर वासियों का दर्द यह है कि महावीर नगर कॉलोनी अभी तक नगर निगम को हैंड ओवर नहीं हो पाई है जिसकी वजह से वहां साफ सफाई और नाली निर्माण की बहुत बड़ी समस्या है जिससे वार्ड वासी काफी लंबे समय से जूझ रहे हैं। इस संबंध में वार्ड पार्षद अतुल कौशलऔर कॉलोनी के लोगों ने महापौर जतिन जायसवाल से भी कई बार पूछा कि हमारी कॉलोनी कब तक निगम को हैंड ओवर हो पाएगी लेकिन वे भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।

जब हमने कुशाभाऊ ठाकरे वार्ड के लोगों से तीन बार के पार्षद रहे अतुल कौशल के कामकाज के बारे में समीक्षा की तो पता चला कि वहां के वार्डवासी उनके काम से काफी खुश हैं। उनका कहना है कि अतुल कौशल अपने काम को बड़ी ईमानदारी से निभाते हैं। वार्ड की मूलभूत समस्याओं का निराकरण त्वरित गति से करते हैं। यहां तक कि अटल आवास में भी उन्होंने लोगों को रहने की जगह दिलवाई और बिजली की व्यवस्था की। किसी के घर में सुख-दुख होने पर भी वे सबसे पहले खड़े रहते हैं। यहां तक कि आधी रात को भी यदि उन्हें कोई आवाज़ देता है तो वे तुरंत पहुंचते हैं।

वहीं काग्रेस प्रत्याशी सुनीता सिंह के बारे में वार्ड वासियों का कहना है कि हमने कभी सुनीता सिंह को अपने वार्ड में नहीं देखा। वह कांग्रेस की थोपी हुई प्रत्याशी है।उनकी पैराशूट लैंडिंग सिर्फ इसलिए करवाई गई है क्योंकि वह महापौर पद की दावेदार हैं। आज तक वार्ड के लोगों ने चुनाव प्रचार के दौरान भी उन्हें कहीं नहीं देखा। हमें वार्ड की समस्याओं के निराकरण के लिए पार्षद चाहिए महापौर नहीं। लोगों का कहना है कि यदि हमने उन्हें चुन लिया तो क्या वे हमारी मूलभूत सुविधाओं की तरफ ध्यान देंगी। चूंकि वह दूसरे वार्ड से हैं क्या वे वार्डवासियों की समस्याओं के निराकरण के लिए दूसरे वार्ड से हमारे यहां आ पाएंगी। हर छोटी बड़ी जरूरत के लिए हम उन्हें कहां ढूंढेंगे।

वार्ड के लोगों ने आगे कहा कि यदि वह महापौर बन भी जाती हैं तो क्या वह हमारे लिए कुछ खास कर पाएंगी या ये सिर्फ चुनावी वादे साबित होंगे। क्योंकि सुनीता सिंह हमारे लिए नया चेहरा है जिन्हें हम जानते तक नहीं तो हम उन पर कैसे विश्वास करें। लेकिन अतुल कौशल हमारे वार्ड से तीन बार पार्षद रह चुके हैं और हर बार वार्डवासियों के भरोसे पर खरे उतरे हैं। हमें लगता है कि नए चेहरे से धोखा खाने से कहीं बेहतर है हम उसी पुराने विश्वसनीय चेहरे पर विश्वास जताएं। अब देखना यह होगा कि वार्ड वासी पुराने चेहरे पर ही विश्वास करते हैं या फिर नए चेहरे पर दांव लगाते हैं।