जगदलपुर। नगरीय निकाय चुनाव के लिए प्रचार करने पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेण्डी सोमवार को उस वक्त हैरान रह गए, जब उन्हें बताया गया कि पार्टी के स्थानीय बड़े व मंझोले नेता प्रचार की जगह आराम फरमा रहे हैं। वार्डों में उनकी उपस्थिति नहीं दिखाई पड़ रही है। कई वार्डों में तो नाराज भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस के साथ गलबहियां होते दिखाई दे रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि भाजपा तश्तरी में कांग्रेस को जीत परोस कर दे रही है।
इन बातों को सुनकर प्रदेश अध्यक्ष उसेण्डी बिफर गए। हालांकि स्थानीय नेता शरद अवस्थी ने सफाई देने की कोशिश की परंतु उन्होंने अवस्थी को भी घुड़क दिया और कहा कि जो बातें सामने रखी गई हैं, उन्हें बेहद गंभीरता के साथ लेना चाहिए। उसेण्डी ने साफ कहा कि उन्हें नतीजा चाहिए। हर स्थिति में जगदलपुर नगर निगम के लिए तीस पार्षदों को जिताना होगा। प्रदेश अध्यक्ष उसेण्डी के तेवर को देखने के बाद पार्टी के स्थानीय नेता वार्डों की ओर दौड़ पड़े। इसके बाद उम्मीद की जा रही है कि जगदलपुर के कम से कम दस वार्डों में भारतीय जनता पार्टी के तेवर तीखे होंगे।
प्रचार के लिए पहुंचे विक्रम उसेण्डी पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन पर सवालों की बौछार कर दी गई। उनसे कहा गया कि कई वार्डों में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस प्रत्याशियों का साथ देना शुरू कर दिया है। वे कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। इसकी वजह भी बताई गई। विक्रम उसेण्डी को जानकारी दी गई कि अनारक्षित वार्डों में जानबूझकर अनुसूचित जाति-जनजाति के भाजपा कार्यकर्ताओं को मैदान पर उतारा गया है ताकि इसका फायदा कांग्रेस को मिल सके। विक्रम उसेण्डी को यह जानकारी भी दी गई कि स्थानीय चयन समिति ने यह जानते हुए भी कई नेताओं को पैसे लेकर प्रत्याशी बनाया है कि वे किसी भी स्थिति में जीतने के योग्य नहीं हैं।
भाजपा अध्यक्ष को उदाहरण देते हुए बताया गया कि राजीव गांधी वार्ड से कांग्रेस की तेज-तर्रार नेत्री कविता साहू के मुकाबले एक बेहद सीधी व सामान्य महिला को मैदान पर उताकर भाजपा ने कांग्रेस को वॉक-ओवर देने की कोशिश की है, जबकि वहां से भाजपा के पास योग्य व जिताऊ उम्मीदवार थी। उन्हें यह बताया गया कि 48 वार्ड वाले जगदलपुर नगर निगम में कम से कम दस वार्डों में भाजपा के स्थानीय नेताओं ने जान-बूझकर कमोजर प्रत्याशी मैदान पर उतारकर कांग्रेस को फायदा पहुंचाने की कोशिश की है।
बड़े नेता मैदान से गायब
नगर निगम चुनाव के लिए चार दिन बाद मतदान होना है लेकिन वार्डों से भाजपा के बड़े नेता गायब दिख रहे हैं। पूर्व विधायक संतोष बाफना को अगर छोड़ दिया जाए तो पूर्व मंत्री केदार कश्यप, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, जिला अध्यक्ष बैदूराम कश्यप, पार्टी के पदाधिकारी किरण देव, श्रीनिवास राव मद्दी, ददन तिवारी समेत अन्य बड़े व मंझोले नेता प्रचार करते हुए दिखाई नहीं दे रहे हैं। इससे यह संदेश जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने नगरीय निकाय चुनाव में जगदलपुर में मैदान छोड़ दिया है।
गुस्से से लाल-पीले हुए उसेण्डी इन बातों को सुनकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेण्डी बिफर गए। हालांकि पार्टी के स्थानीय नेता शरद अवस्थी ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन उसेण्डी ने उनसे साफ कह दिया कि उनके सामने पत्रकारों के माध्यम से जो जानकारियां सामने आईं हैं, उन्हें नकारा नहीं जा सकता है। इन बातों को गंभीरता से लिया जाए। अभी भी वक्त है, वार्डों में जाकर स्थिति को सम्भाला जा सकता है। प्रदेश अध्यक्ष ने साफ लफ्जों में कहा कि उन्हें परिणाम से मतलब है। जगदलपुर में उन्हें पार्टी के तीस पार्षद चाहिए। उनके इस चेतावनी भरे लहजे को सुनकर पार्टी के स्थानीय नेताओं के हाथ-पांव फूल गए और पलभर गंवाए बिना वे वार्डों की ओर दौड़ पड़े। प्रदेश अध्यक्ष के इस तेवर के बाद ऐसा लगने लगा है कि अगले चार दिन पार्टी नगरीय निकाय चुनाव में पूरी ताकत झोंक देगी और कई वार्डों में कांग्रेस के लिए आसान समझा जाने वाला चुनाव मुकाबले में आ जाएगा।