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वॉटर लिफ्टिंग तकनीक हो सकती है इंद्रावती की प्राणदायिनी, जल संवर्धन, संरक्षण, संधारण को लेकर कलेक्टर से मिला मिम्भ का प्रतिनिधिमंडल

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जगदलपुर। मेरी इंद्रावती मेरा भविष्य के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को कलेक्टर अयाज तम्बोली से मिलकर जल संवर्धन, संरक्षण, संधारण को लेकर लंबी एवं व्यापक चर्चा की।

मिम्भ के सदस्यों ने कलेक्टर से कहा कि प्रशासन अगर चाहे तो वॉटर लिफ्टिंग तकनीक के द्वारा शबरी से इंद्रावती में पानी लाया जा सकता है जिससे सिचाई परियोजना के लिये भी पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध किया जा सकेगा। शासन-प्रशासन को चाहिए कि अन्य राज्यों में चल रहे इस सफल मॉडल पर गहन अध्ययन कर इस महत्वपूर्ण तकनीक पर गंभीरता से विचार करे एवं बस्तर क्षेत्र में भी जल्द से जल्द इस मॉडल की शुरुआत करे ताकि इंद्रावती अपने पुराने स्वरूप को पा सके।

मेरा इंद्रावती मेरा भविष्य के सदस्यों ने कहा कि जिले के सभी शासकीय भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य रूप से एवं कड़ाई से लागू होना चाहिए एवम इसके सुचारू रूप से कार्य करने को सुनिश्चित किया जाए। साथ ही जिन भी भवनों में हार्वेस्टिंग सिस्टम खराब है वहां तत्काल मरम्मत कार्य करवा कर हार्वेस्टिंग सिस्टम को ठीक किया जाए।

मेरा इंद्रावती मेरा भविष्य के सदस्यों ने शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सोकपिट निर्माण कर भूजल स्तर को बढ़ाने के लिए जोर दिया ।साथ ही सदस्यों ने व्यापक वृक्षारोपण के बारे में भी चर्चा की जिस पर कलेक्टर अयाज तम्बोली ने कहा कि वृक्षारोपण के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई गई है जिसमे नदी किनारे वृक्षारोपण को प्रमुखता से रखा गया है।

मेरा इंद्रावती मेरा भविष्य के सदस्यों ने बताया कि मेरी इंद्रावती मेरा भविष्य मुहिम के तहत पानी लाना, पानी बचाना एंव पानी बढ़ाना , इन तीन आधार बिंदुओं पर कार्य कर रही है। साथ ही ना केवल इंद्रावती अपितु बस्तर क्षेत्र के तालाबों , अन्य नदियों और विभिन्न जल स्त्रोतों में भी पानी की समस्या से निपटने और पर्यावरण संरक्षण के लिए जन भागीदारी के माध्यम से कार्य किये जा रहे है।

इस दौरान मुहिम के प्रतिनिधिमंडल से टी महेश , अमित रामटेके, रंजीत चक्रवर्ती, रोहित सिंह आर्य, बबला यादव, जतिंदर झज्ज, अतुल , योगेंद्र उपस्थित थे।