Home क्षेत्रीय खबरें / अन्य खबरें जिंदादिल लोगों का शहर जगदलपुर, एक बार फिर दिया मानवता का परिचय,अज्ञात...

जिंदादिल लोगों का शहर जगदलपुर, एक बार फिर दिया मानवता का परिचय,अज्ञात महिला और उसके बच्चों की मदद को सामने आए जागरूक लोग

664
0

जगदलपुर। जगदलपुर जिंदा लोगों का शहर है। जब भी किसी व्यक्ति पर मुसीबत आई है या कोई सामाजिक काम करना हो तो इस शहर के लोगों ने हमेशा आगे बढ़कर अपनी भूमिका निभाई है। जगदलपुर शहर के लोगों की एकता हर मौके पर देखने को मिलती है। जनहित के मुद्दों पर इस शहर के लोग हमेशा मुखर रहे हैं।

ऐसा ही एक दृश्य आज सामने आया जब शहर के लोगों ने मानवता का परिचय दिया। बोधघाट थाने के पास यात्री प्रतीक्षालय में एक महिला अपने छोटे छोटे बच्चों के साथ अस्त व्यस्त अवस्था में नजर आई। वहां से गुजरने वाले समाजसेवी अलेक्जेंडर चेरियन की नजर उस महिला पर पड़ी तो उन्होंने जानने का प्रयास किया कि वह कौन है और कहां से आई है । वह महिला कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं थी। वो तीनों बच्चे कुपोषित लग रहे थे और महिला भी काफी कमजोर लग रही थी। इसे देखते हुए श्री चेरियन ने बोधघाट थाने में सूचना दी और सबसे पहले उक्त महिला और बच्चों को खाना खिलाया। जब यह खबर वीडी ब्लॉग के माध्यम से सोशल मीडिया में वायरल हुई तो जगदलपुर शहर के समाजसेवी और जागरूक लोग उस महिला की मदद को सामने आए।

सखी सेंटर पहुंचकर सभी लोगों ने उस महिला का हाल जाना। वह महिला खुद को पुरुलिया की रहने वाली बता रही है।शहर के युवा शिखर मालू,जयेश बरडीया और विजय ने उस महिला और उसके बच्चों के लिए कपड़े उपलब्ध कराए। वहीं शहर के जागरूक लोगों ने अपने अपने तरीके से उस महिला की सहायता करने का प्रयास किया। उस महिला और बच्चों की हालत को देखते हुए उन्हें महारानी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।