जगदलपुर। बीते दिनों बस्तर के नियाग्रा नाम से विख्यात चित्रकोट जलप्रपात के एकाएक सूख जाने की तस्वीरें सोशल मीडिया में तेजी से वायरल होने बाद से ही स्थानीय जागरूक नागरिक, सामाजिक संगठन, व्यवसायी एवं अन्य अनेक संघों द्वारा एक जुट हो कर बस्तर की जीवनदायनी नदी इंद्रावती को पुनर्जीवित करने मेरी इंद्रावती मेरा भविष्य नाम से मुहिम विगत दो दिनों से चलाई जा रही है। इस मुहिम के तहत हस्ताक्षर अभियान चलाया जा कर लोगों से इंद्रावती को पुनर्जीवित करने सलाह भी ली जा रही है। अब तक इस मुहिम में लगभग चार सौ लोग हस्ताक्षर कर चुके है और भावी आंदोलन में भाग लेने की सहमति दे चुके है।
क्योंकि ये समस्या किसी दल विशेष की नहीं है इसलिए विगत दो दिनों से चल रहे अभियान में कई लोग दलगत भावना से ऊपर उठ कर बस्तर में बढ़ती जल-जंगल की विकराल समस्या से निपटने भागीदारी दे रहें है।
इस मुहिम से जुड़े टी.महेश, रोहित सिंह आर्य, अमित रामटेके, मनीष मूलचंदानी व गोपाल सिंहा ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि आंदोलन को चरणबद्ध एवं योजनाबद्ध तरीके से चलाया जाएगा। जिसमें स्थानीय प्रशासन से लेकर छत्तीसगढ़ शासन, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को बस्तर में आसन्न समस्या को लेकर अवगत कराया जाएगा। बयान में कहा गया है कि मुहिम के तहत पहले शांतिपूर्ण तरीकों से समस्या को संबंधितों तक पहुंचाया जाएगा और हल शीघ्र ना निकलने की स्थिति में जनहित के लिए उग्र आंदोलन भी किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इस मुहिम के दूसरे चरण के रूप में सदस्यों के द्वारा रविवार को यानी कल सुबह 8 बजे जोरा नाला तक बाइक रैली निकाली जाएगी। जहां की वास्तविक स्थिति समझ कर आंदोलन की भावी रूप रेखा तय की जाएगी।