जगदलपुर। आबकारी नीति को लेकर पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर आरोप मढ़ते हुये जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने कहा है कि शराबबंदी का नाम लेकर और महात्मा गांधी का फोटो लगाकर शराब की खपत दस गुना से अधिक बढ़ाने की गुनाहगार रमन सरकार है।
उन्होंने कहा है कि भाजपा की केंद्र सरकार की नोटबंदी की तरह नही, कांग्रेस सरकार वास्तविक और प्रभावी शराबबंदी लागू करेगी। शराबबंदी पर भाजपा सरकार के शुरुआती वर्ष में शराब से राजस्व 365 करोड़ था, जिसमें 10 गुना से अधिक वृद्धि हो गई और अवैध शराब की खपत कई गुना बढ़ गई। इस प्रकार पूरे छत्तीसगढ़ राज्य को शराब के नशे में धकेलने और अवैध शराबबंदी के गोरख धंधे को बढ़ाने की कुचाल भाजपा की सरकार चल रही थी, जिस पर कांग्रेस की सरकार ने प्रभावी रोकथाम लगाई है।
शराबबंदी के लिये भाजपा सरकार की बनाई समिति की सिफारिशें लागू करने पर तो शराब की खपत छत्तीसगढ़ में बढ़ जाती। कांग्रेस सरकार ने शराबबंदी की दिशा में दो समितियां गठित करके सफल शराब बंदी लागू करने का संकल्प भी प्रदर्शित किया है। । भाजपा सरकार और कांग्रेस सरकार की कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर साफ दिखाई दे रहा है।
जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने कहा है कि भूपेश बघेल की सरकार बनने के बाद राज्य में अवैध शराब की बिक्री पर मजबूत रोक लगी है। 50 दुकानें बंद करने का कांग्रेस सरकार का फैसला भी शराबबंदी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। शराब की बिक्री बढ़ाने के लिए ही आबकारी विभाग में एक अधिकारी को संविदा पर रखा गया था। जिसे हटाकर शराब को दिए जाने वाले प्रोत्साहन पर रोक लगी है। सरकार गठन के बाद से कहीं भी अवैध शराब की खेप पकड़े जाने और कहीं खपत होने के समाचार ना मिलना इस बात का जीता-जागता सबूत है कि अब मूलभूत बदलाव कांग्रेस सरकार ने शराब नीति में ला दिया है।