नई दिल्ली: देश की सबसे स्मार्ट पुलिस कहे जाने वाली दिल्ली पुलिस पर कुछ करप्ट पुलिस वाले अपने छोटे से लालच की वजह से इतना बड़ा दाग लगा देते हैं, जिसको धोना पूरी पुलिस फोर्स के लिए मुश्किल हो जाता है. ताजा मामला नार्थ डिस्ट्रिक्ट के कोतवाली थाने का है, जहां मृतक के परिजनों पर पुलिस ने गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप है कि पुलिसवालों ने एक गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को अस्पताल में ले जाने के बदले, उसे छोड़ने के एवज में उससे दस हजार रुपये की मांग की. मामला सामने आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई कर दो आरोपी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है.
मृतक की भतीजी ने आरोप लगाया है कि 19 दिसंबर को उसके चाचा धर्मेन्द्र जब घर लौट रहे थे, तो उनका टेम्पो पुलिस की बेरिकेट से टकरा गया. पुलिस को सामने देख डर के वो टेम्पो लेकर भागने लगा. मौके पर मौजूद पुलिस के जवानों को कुछ शक हुआ तो वो उसके पीछे भागे, लेकिन थोड़ी दूर जाने के बाद गीता कॉलोनी फ्लाईओवर पर धर्मेंद्र का टेम्पो पलट गया. आरोप है कि घायल धर्मेंद्र को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराने के बजाय, उसे अपने साथ ले गई और उसे छोड़ने के एवज में दस हजार रुपयों की मांग की.
मृतक के परिजनों ने 2300 रुपये किसी तरह जमा किए और पुलिसवालों को दिए।जिसके बाद पुलिस वालों ने घायल धर्मेंद्र को परिवार के हवाले कर दिया. घायल धर्मेंद्र को परिजन बाबू जगजीवन अस्पताल लेकर गए, जहां उचित समय पर इलाज नहीं मिलने की वजह से उसकी मौत हो गई. मृतक की एक महीने पहले ही शादी हुई थी.मृतक के परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपी दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर जांच के आदेश दिए हैं.