आज की भागदौड़ की जिंदगी में तनाव के कारण लोग हृदय रोग का शिकार हो रहे हैं। अव्यवस्थित जीवन शैली में थोड़ा सा बदलाव करके हम हृदय रोग से बच सकते हैं।
जानें, कुछ सावधानियों के बारे में-
1.कोलेस्ट्रोल के मुख्य स्रोत जीव उत्पाद हैं, जिनसे जितना अधिक हो बचने की कोशिश करनी चाहिए। अगर आपके यकृत यानी लीवर में अतिरिक्त कोलेस्ट्रोल का निर्माण हो रहा हो तब आपको कोलेस्ट्रोल घटाने वाली दवाओं का सेवन करना पड़ सकता है।
2.अपना सारा भोजन बगैर तेल के बनाएं लेकिन मसाले का प्रयोग बंद नहीं करें। मसाले हमें भोजन का स्वाद देते हैं न कि तेल का। जीरो ऑयल भोजन निर्माण विधि का प्रयोग करें और भोजन स्वाद के साथ समझौता किए बगैर तैयार करें।
3.अपने तनावों को लगभग 50 प्रतिशत तक कम करें।इससे आपको हृदय रोग को रोकने में मदद मिलेगी।क्योंकि मनोवैज्ञानिक तनाव हृदय की बीमारियों की मुख्य वजह है। इससे आपको बेहतर जीवन स्तर बनाए रखने में भी मदद मिलेगी।
4.अपने वजन को सामान्य रखें। तेल नहीं खाकर एवं निम्न रेशे वाले अनाजों तथा उच्च किस्म के सलादों के सेवन द्वारा आप अपने वजन को नियंत्रित कर सकते हैं।
5.नियमित रूप से आधे घंटे तक टहलना जरूरी है। टहलने की रफ्तार इतनी होनी चाहिए, जिससे सीने में दर्द नहीं हो और हाँफें भी नहीं। यह आपके अच्छे कोलेस्ट्रोल यानी एचडीएल कोलेस्ट्रोल को बढ़ाने में आपकी मदद कर सकता है।
6.15 मिनट तक ध्यान और हल्के योग व्यायाम रोज करे। यह आपके तनाव तथा रक्त दबाव को कम करेगा। आपको सक्रिय रखेगा और आपके हृदय रोग को नियंत्रित करने में मददगार साबित होगा।
7.भोजन में रेशे और एंटी ऑक्सीडेंट्स जरूरी हैं। भोजन में अधिक सलाद, सब्जियों तथा फलों का प्रयोग करें। ये आपके भोजन में रेशे और एंटी ऑक्सीडेंट्स के स्रोत हैं और एचडीएल या गुड कोलेस्ट्रोल को बढ़ाने में सहायक होते हैं।
8.अगर आप मधुमेह से पीड़ित हैं तो व्यायाम, वजन में कमी, भोजन में अधिक रेशा लेकर तथा मीठे भोज्य पदार्थों से बचते हुए मधुमेह को खतरनाक न बनने दें। अगर आवश्यक हो तो हल्की दवाओं के सेवन से फायदा पहुँच सकता है।