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स्वामी विवेकानंद की कही बातों को जीवन में उतार लिया तो सफल होने से कोई नहीं रोक सकता-रेखचंद जैन,शहीद महेंद्र कर्मा विवि के 15वें स्थापना दिवस समारोह में विवि की अब तक की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर हुई चर्चा

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जगदलपुर। शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय का 15वां स्थापना दिवस शनिवार को कालीपुर स्थित कैंपस के एमबीए भवन के स्वामी आत्मानंद सभागार में मनाया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव रेखचंद जैन थे। विशिष्ट अतिथि पद्मश्री धर्मपाल सैनी रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने की। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. आनंद मूर्ति मिश्रा थे। सह समन्वयक एवं विश्वविद्यालय के जन संपर्क अधिकारी (पीआरओ) श्री सीएल टंडन, सहायक कुलसचिव थे।

कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों द्वारा मां सरस्वती और के प्रतिमा पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलित कर किया गया। स्वामी आत्मानंद के चित्र पर माल्यार्पण किया गया और छात्र छात्राओं ने सरस्वती वंदना का गायन किया। स्थापना दिवस समारोह आयोजन के समन्वयक एवं मंच संचालन कर रहे हैं। डॉक्टर आनंद मूर्ति मिश्रा द्वारा माननीय मुख्य अतिथि सिलेक्शन जैन पद्मश्री श्री धर्मपाल सैनी एवं माननीय प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव का संक्षिप्त परिचय दिया गया पश्चात कुलपति द्वारा श्री रंजन एवं सिद्धांतों से पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया। माननीय कुलपति महोदय द्वारा अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय की वर्ष 2008 में स्थापना से लेकर 14 साल में हुए विकास कार्यों तथा संचालित पाठ्यक्रमों एवं संबद्ध महाविद्यालयों के संबंध में जानकारी दी गई। उनके द्वारा भविष्य में प्रारंभ किए जाने वाले नए पाठ्यक्रमों के संबंध में जानकारी दी गई। यह भी बताया गया कि विश्वविद्यालय को अपेक्षा अनुसार नैक ग्रेडिंग प्राप्त नहीं होने के कारण पुनः बेहतर प्रयास कर अच्छी ग्रेडिंग प्राप्त करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। विश्वविद्यालय में रिक्त शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक पदों पर भर्ती के लिए शासन से अनुमति के लिए प्रयास किया जा रहा है।

इस मौके पर समारोह के मुख्य अतिथि जगदलपुर विधानसभा के विधायक और संसदीय सचिव श्री रेखचंद जैन ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद का जीवन छात्रों के लिए आदर्श है। उन्होंने कहा कि उनकी कही बातों को अगर जीवन में उतार लिया गया तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के ध्येय वाक्य उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए का उदाहरण देते हुए कहा कि पढ़ाई में लगन इसी तरह से होनी चाहिए। जब तक लक्ष्य हासिल ना हो जाए संघर्ष करते रहना चाहिए।

संसदीय सचिव और जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन ने स्वामी आत्मानंद को भी नमन करते हुए कहा कि स्वामी जी ने बस्तर जैसे आदिवासी अंचल में शिक्षा की अलख जगाने का काम किया। उन्होंने नारायणपुर आश्रम के माध्यम से दूरस्थ अंचल तक शिक्षा पहुंचाई। ऐसे महापुरुषों के काम हम सभी को समाज के लिए बेहतर करने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी की सरकार लगातार शिक्षा को बढ़ावा देने का काम कर रही है। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल इसी के उदाहरण हैं। अब तो अंग्रेजी माध्यम कॉलेज की भी शुरुआत होने जा रही है। उन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बस्तर विवि के द्वारा किए जा रहे कामों की सराहना करते हुए कहा कि जब विवि की शुरुआत हुई तब 2008 में सिर्फ 23 कॉलेज ही विवि से संबद्ध थे लेकिन आज संभाग के सातों जिलों में विवि के अंतर्गत 48 कॉलेज संचालित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने मुझे विवि की कार्यपरिषद का सदस्य बनाया है और मेरा शुरुआत से ही प्रयास रहा है कि विवि में रोजगार मूलक कोर्स शुरू हो। इस दिशा में हमने प्रयास शुरू भी कर दिए हैं। पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन और पीजी डिप्लोमा इन ट्राइबल आर्ट कोर्स की शुरुआत हमने इसी सोच के साथ करवाई है।

ज्ञान -विज्ञान को जीवन से जोड़ा जाए: पद्मश्री सैनी

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पद्मश्री धर्मपाल सैनी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज ज्ञान और विज्ञान के मिलन की बेला है। यह बेहद खुशी का क्षण है क्योंकि विवि ने आज अपनी स्थापना के 14 वर्ष पूरे कर लिए हैं। उन्होंने कहा कि विवि ने शुरुआत से ही बस्तर में उच्च शिक्षा के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि यह विज्ञान का युग है और इस युग में विज्ञान को ज्ञान से जोड़ते हुए इसे जीवन में उतारने की जरूरत है। ज्ञान अगर जीवन के साथ होगा तो समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास आसानी से पहुंच जाएगा। हम सभी को इसी सोच के साथ आगे बढऩे की जरूरत है। उन्होंने विवि परिवार को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं।

विवि जल्द शुरू करेगा कई नए कोर्सेस, कैंपस बनेगा सुंदर और व्यवस्थित: कुलपति
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विवि के कुलपति प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने विवि के भविष्य के रोड मैप पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 2008 में जब विवि की शुरुआत हुई तब आज की स्थिति में बहुत बदलाव आया है और आने वाले वक्त में और भी ज्यादा सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि पहले हम 15 एकड़ के धरमपुरा स्थित कैंपस तक सीमित थे अब हमारे पास कालीपुर में 25 एकड़ का नया कैंपस भी है। दोनों ही कैंपस को सुंदर और व्यवस्थित बनाने के लिए काम शुरू हो चुका है। इसके लिए अलग से कमेटी बना दी गई है। इसके अलावा विवि में जल्द ही कई नए कोर्स भी शुरू होने वाले हैं। 15 नए पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए उच्च शिक्षा विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही कोर्स शुरू हो जाएंगे। डी फार्मा और बी फार्मा जैसे रोजगार मूलक कोर्स खोलने की हम तैयारी कर रहे हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अमल में लाने की दिशा में भी काम चल रहा है। इसके लागू होने के बाद युवाओं को रोजगार मिलना तय है। प्रो. श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने 6 सितंबर, 2022 को पदभार ग्रहण किया और आते ही विवि की नैक ग्रेडिंग पर पूरे स्टाफ के साथ लगातार कई बैठकें की। हमारा प्रयास है कि एक साल के भीतर ग्रेडिंग में सुधार हो जाए। इसके लिए हम युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं। इसके अलावा हमारा 100 सीटर गल्र्स हॉस्टल सभी सुविधाओं के साथ शुरू हो चुका है। 100 सीटर ब्वॉयज हॉस्टल भी जल्द शुरू हो जाएगा। लाइब्रेरी में बुक्स की संख्या बढ़ा रहे हैं और उसे अपग्रेड कर रहे हैं। विवि ने पहला पीएचडी अवार्ड श्री सिया लाल नाग, विषय राजनीति विज्ञान को शोध शीर्षक बस्तर क्षेत्र में आदिवासी महिलाओं में मद्यपान के समस्या दिया गया है। इंग्लिश लैंग्वेज लैब, ट्राइबल स्टडी के लिए एडवांस स्टडी सेंटर शुरू कर रहे हैं। करियर काउंसलिंग पर भी विशेष फोकस कर रहे हैं। एल्युमिनाई रजिस्ट्रेशन की भी शुरुआत करने वाले हैं। विश्वविद्यालय से जुड़े सभी रिकॉर्ड को डिजिटलाइज करने वाले हैं। अंत में उन्होंने विवि के सभी स्टाफ और छात्रों को स्थापना दिवस की शुभकामना दी।

कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। आभार प्रदर्शन कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार पाठक ने किया। इस मौके पर स्थापना दिवस समारोह आयोजन के सह समन्वयक एवं विश्वविद्यालय के जन संपर्क अधिकारी (पीआरओ) श्री सीएल टंडन, सहायक कुलसचिव, डॉ. शरद नेमा, डॉ. विनोद कुमार सोनी, डॉ. संजीवन कुमार, डॉ. सुकृता तिर्की, डॉ. डी एल पटेल समन्वयक, राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ, श्री के आर ठाकुर, सहायक कुलसचिव, श्री बी एल केंवट, संचालक शारीरिक शिक्षा, श्री वीरेन्द्र कुमार बाघ वित्त अधिकारी, श्री विपिन कुमार गुप्ता, कक्ष अधिकारी समेत विवि के समस्त नियमित कर्मचारी, संविदा सहायक प्राध्यापक, अतिथि व्याख्याता और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी, छात्र-छात्राएं, एनएसएस के स्वयंसेवक, समारोह आयोजन के लिए गठित विभिन्न समितियों के संयोजक, सह संयोजक एवं सदस्य मौजूद थे।