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बस्तर में रेल सुविधाओं के विस्तार के लिए भीषण गर्मी में निकल पड़े हैं कर्मयोगी, पैरों के छाले भी न रोक सके बढ़ते कदमों को,जुनून है बस्तर को संवारने का

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जगदलपुर। कहते हैं कि यदि हौसले बुलंद हों तो किसी भी चुनौती से निपटा जा सकता है। राह कितनी भी कांटों भरी हो यदि इंसान ठान ले तो उसे मंजिल प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता। हम बात कर रहे हैं बस्तर रेल आंदोलन की जिसमें बस्तर के हर वर्ग के लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया है। भीषण गर्मी में तपती सड़कों पर ये जुनूनी लोग पदयात्रा करते चले जा रहे हैं। इन्होंने ठाना है कि बस्तर में रेल सुविधाओं का विस्तार जरूर होगा चाहे कितनी भी तकलीफें उठानी पड़ें।।170 किमी की पदयात्रा इतनी आसान तो नहीं है। लेकिन बस्तर के लिए अपना सब कुछ लुटा देने को तत्पर ये दीवाने पसीने से लथपथ, भूखे प्यासे, गीत गाते और जोशीले नारों से बस्तरवासियों को जगाते चले आ रहे हैं। पैरों में छाले पड़ चुके हैं लेकिन फिर भी कदम आगे बढ़ रहे हैं। चाहत है बस्तर को संवारने की,निखारने की। यहां के हर इंसान को रेल सुविधा मिले उसी के लिए ये कर्मयोगी निकल पड़े हैं तपती सड़कों पर भीषण गर्मी की भट्टी में जिस्मों को पिघलाते,खुद को कुंदन बनाते।

ज्ञात हो कि बस्तर में रेल सुविधाओं के विस्तार और राजधानी रायपुर को जगदलपुर तक रेल मार्ग से जोड़ने के बस्तरवासी बीते कई दशकों से मांग कर रहे हैं। इसी मांग को लेकर कल से अंतागढ़ से जगदलपुर तक लगभग 170 किमी की पदयात्रा की शुरुआत हो चुकी है। क्षेत्र के हर वर्ग के लोगों ने इस आंदोलन में भाग लिया है। मातृ शक्ति भी कदम से कदम मिलाकर इस आंदोलन में शिरकत कर रही है। इस रेल आंदोलन की अगुवाई पद्मश्री धर्मपाल सैनी कर रहे है। कांकेर जिले के अंतागढ़ से शुरू हुई यह पदयात्रा 12 अप्रैल को जगदलपुर शहर में खत्म होगी।

पदयात्रा दूसरा दिन-
बस्तर रेल आंदोलन की पदयात्रा के तहत दूसरे दिन की पदयात्रा ताड़ोकी ग्राम में शहीद श्री कालेन्द्र सिंह जी के स्मारक में पुष्पांजलि देकर प्रारम्भ हुई। आज की सुबह की पदयात्रा में पदयात्रियों ने रावघाट तक की यात्रा की। इस दौरान आते जाते लोगों, ग्रामीण जनों, स्कूली बच्चों ने भी सहयोग व समर्थन दिया।रास्ते में तैनात जवानों ने भी पदयात्रियों को पूरा सहयोग किया और चायपानी पिलाया।

पदयात्रा में दशरथ कश्यप, किशोर पारख ,सम्पत झा, शंकरलाल गुप्ता, ज़ितू गोलछा, किशोर दुग्गड, पुरुषोत्तम नोयल रोहित बैस, अनिल चंदेल, शिवनारायण नेताम सहित बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए।