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बस्तर में प्रभारी मंत्री का दौरा स्वागत सत्कार तक ही सीमित,किसानों के खाद-बीज की किल्लत का कोई निवारण नहीं-नवनीत चाँद

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जिले में 1 लाख 58 हजार हेक्टयर में खेती,खाद लक्ष्य 27 हजार मेट्रिक टन, लक्ष्य के विरुद्ध भण्डारन मात्र 32 प्रतिशत क्यों?-नवनीत चाँद

जगदलपुर।जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के जगदलपुर शहर अध्यक्ष व बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा के मुख्य सयोंजक नवनीत चाँद ने बयान जारी करते हुए कहा कि ,राज्य सरकार द्वारा नियुक्त बस्तर के प्रभारी मंत्री के दौरे व विभागीय बैठक सिर्फ स्वागत सत्कार व हवा हवाई फैसलों तक सीमित थे। बस्तर के वास्तविक समस्याओं ,विकास व अधिकार से जुड़े किसी भी मुद्दे पर कोई महत्पूर्ण फैसले व क्रियान्वयन नहीं किये गए ,यह घटना बस्तर की जनता हितों के प्रति सरकार ,बस्तर के जनप्रतिनिधियों की उदासीन रवैये को दर्शाता है। इस का उदाहरण बस्तर में वर्तमान में6 किसानों द्वारा बोआई 70 प्रतिशत कर लिए जाने के बावजूद भी ,वर्तमान वर्ष में खाद के लक्ष्य के विरुद्ध भंडारण बहुत कम है। जब कि यह भंडारण अप्रैल माह गक्त पूण हो जाना था।

ज्ञात हो की बस्तर जिले में 1 लाख 58 हजार हेक्टयर में खेती किसानों द्वारा की जाती है। इस खेतो में वर्ष 2021 में विभागीय खाद का लक्ष्य 27 हजार मेट्रिक टन का रखा गया है । पर विगत वर्ष 2020 में आयात खाद के विक्रय की जानकारी जिमेदार विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते केंद्रीय खाद वितरण सॉफ्टवेयर में समय से पूर्व नही चढ़ाया गया ,जिसके फलस्वरूप खाद स्टॉक दिखने के चलते वर्तमान में आवश्कता व कम्पनीयो के आर्डर के बाद भी खाद वितरण हेतु रैक नहीं लग पा रहे है। मई व जून में बड़ी मुश्किल दो रैक आने से खाद लक्ष्य 2021 के 27 हजार मेट्रिक टन के विरुद्ध मात्र 32 प्रतिशत खाद ही लैप्स में स्टॉक हो पाया है। राज्य सरकार ,बस्तर के जनप्रतिनिधियों की किसानों के प्रति उदासनी रवैये वही विभागीय अधिकारियों की बरती गई लापरवाही का खामियाजा बस्तर के किसानो को खाद की किल्लत व कालाबजारी का शिकार होकर चुकाना पड़ रहा है।

बस्तर की जनता व किसानों को प्रभारी मंत्री के दौरे से आश बनी थी। पर प्रभारी मंत्री व जनप्रतिनिधियों ने यह दौरा स्वागत सत्कार तक ही सीमित रखा, जिसके चलते ,किसानों के खाद की किल्लत,अवैध शराब वितरण पर रोक,अवैध रेत ,खनिज उत्खनन व परिवहन पर रोक,व अन्य ज्वलन्त मूद्दो पर क्षेत्र की जनता के लिए कोई राहत भरा निर्णय बैठकों में नहीं निकल सका ,बस्तर में मुख्य विपक्ष व सत्ता पक्ष पार्टियों के आपसी खिंच तान के बीच क्षेत्र की जनता के हितों के मुद्दे गायब करने का षडयंत्र किया जा रहा है। जिन्हें जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे व बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा नही होने देंगी, व सरकार ,बस्तर के जनप्रतिनिधियों व क्षेत्र के मुख्य विपक्ष से उनकी जनता के प्रति जिमेदारी का एहसास दिलाते हुए सवाल व जरूत पढ़ने पर संवेधानिक विरोध प्रदर्शन व सरकार व मुख्य विपक्ष की विफलताओं को बताने हेतु जनता के बीच पहुच कर बताया जाएगा व मेरा खाद मेरा अधिकार अभियान चलाया जाएगा।