जगदलपुर।आमचो बस्तर रेडियो के माध्यम से सामुदायिक शिक्षा की सुलगी चिंगारी को ज्वाला का रुप देने की अपील कलेक्टर श्री रजत बंसल ने की। आज लाला जगदलपुरी जिला ग्रंथालय में पढ़ई तुंहर दुआर के तहत आयोजित क्विज प्रतियोगिता में शामिल शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कलेक्टर ने कहा कि कोरोना के दौरान उत्पन्न विपरीत परिस्थितियों के बीच शिक्षा के लौ को जलाए रखने के लिए बस्तर जिले में शिक्षा विभाग ने कई नवाचार किए। उनमें आमचो बस्तर रेडियो भी शामिल है, जिसमें लाउड स्पीकर के माध्यम से शिक्षा पहुंचाने का कार्य सतत रुप से किया गया। उन्होंने इस अवसर पर ए-विजन केबल के माध्यम से कोरोना संक्रमण के दौरान शिक्षा की लौ को जलाए रखने वाले शिक्षकों को भी सम्मानित किया।
कलेक्टर ने कहा कि आमचो बस्तर रेडियो के माध्यम से शिक्षा देने की इस नई परिकल्पना में तब कई आयाम जुड़े, जब इनके माध्यम से पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ पोषण और स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारियां भी दी जाने लगीं। उन्होंने कहा कि सरकार सामुदायिक शिक्षा के लिए कई वर्षों से जो प्रयास कर रही थी, उसे लाउड स्पीकर के माध्यम से सहजता से देकर बस्तर जिले ने एक नई मिसाल कायम की है। उन्होंने सामुदायिक शिक्षा की सुलगी इस चिंगारी को ज्वाला का रुप देते हुए इसे व्यापक स्तर पर फैलाने की अपील की।
कलेक्टर ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ लोगों में जागरुकता का जो वातावरण तैयार हुआ है, उसे निरंतर आगे बढ़ाना है और सामुदायिक शिक्षा की नींव को भव्य इमारत बनाना है। उन्होंने सामुदायिक शिक्षा की ग्राम स्तर से आगे मोहल्ला स्तर तक पहुंचाने की अपील की। उन्होंने शिक्षा के प्रसार के लिए स्वयंसेवकों के माध्यम से सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि बच्चों की औपचारिक शिक्षा में जाति प्रमाण पत्र किसी भी प्रकार की बाधा न बने, इसके लिए जाति प्रमाण पत्र बनाए जाने हेतु विशेष कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उन्होंने इस कार्य को पूरी गंभीरता के साथ पूरा करने को कहा। इस कार्य में आने वाली बाधाओं से भी अवगत कराने को कहा, जिससे इसे तत्काल दूर किया जा सके। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती भारती प्रधान, राजीव गांधी शिक्षा मिशन के जिला मिशन समन्वयक श्री अशोक पाण्डे, सहायक परियोजना समन्वयक श्री गणेश तिवारी और समावेशी शिक्षा के प्रभारी श्री राजेश त्यागी सहित खण्ड शिक्षा अधिकारी, खण्ड स्त्रोत समन्वयक, संकुल क्षेत्र समन्वयक एवं विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित थे।