जगदलपुर। कलेक्टर रजत बंसल के निर्देशानुसार बस्तर जिले में नोवल कोरोना वायरस के नियंत्रण के प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने तथा इस वायरस से बचने के उपाय एवम इसके सम्बद्ध किसी भी प्रकार की मदद हेतु बस्तर नोनी एप व हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। जिले वासी कोरोना वायरस से बचाव से सम्बंधित किसी भी प्रकार की जानकारी एवम सहयोग के लिए हेल्पलाइन नंबर 9311042990 पर सम्पर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकतें है।
बस्तर जिला प्रशासन द्वारा इस एप के माध्यम से आम लोंगो के लिए कोरोना वायरस से बचाव के सम्बंध में विभिन्न जानकारियां प्रदान की जा रही है। जिसके अंतर्गत सभी लोंगो को मास्क का अनुवार्य रूप से प्रयोग, सामाजिक दूरी का पालन, बार-बार हाथ धुलाई तथा सेनेटाइजर का प्रयोग करने की जानकारी दी गई है। इसके अलावा आम लोंगो से बिना काम के घर से बाहर नही निकलने तथा अपने आस एवम मोहल्ले के लोंगो को जागरूक करने आदि की जानकारी दी जा रही है। बस्तर एप में चित्रों के माध्यम से खांसने व छीकने के दौरान मुंह और नाक को ढकने आदि का संदेश दिया गया है। इसके अलावा नोट गिनने तथा अखबार के पन्ने पलटने के लिए थूक का प्रयोग नही करने तथा भुकतान के लिए डीजिटल माध्यम का प्रयोग करने का संदेश दिया गया है।
इसके अलावा आम लोंगो को धूम्रपान नही करने की भी सलाह दी गयी है। चित्र में बताया गया है कि धूम्रपान के सेवन से हाथ से मुंह तक वायरस संपर्क में आने की संभावना बढ़ जाती है।चित्र में अक्सर छुई जाने वाली सतह के अंतर्गत दरवाजा,सीढ़ी में लगे लोहे की डांडी तथा कम्प्यूटर की कीबोर्ड आदि की नियमित सेनेटाइजर व सफाई करने को कहा गया है। इस महामारी से बचाव हेतु 60 वर्ष से अधिक की आयु के लोंगो का विशेष ध्यान रखने तथा उचित देखभाल करने को कहा गया है।
इसके अलावा सर्दी ,खांसी या बुखार होने पर तत्काल अस्पताल जाने कहा गया है तथा कोरोना जांच कराने को कहा गया है। साथ ही सभी लोंगो को प्लस ऑक्सिकीट अपने पास रखने ऑक्सीजन सेचुरेशन spo2 की जांच करने के अलाव थर्मामीटर से तापमान जांच के अलावा दिन में 4 बार भाप लेने व संक्रमित एवँ संक्रमित मरीजों को अपने आप को हवादार वाले अलग से बाथरूम की सुविधा वाले कमरे में आइसोलेट करने को कहा गया है। ऑक्सीजन सेचुरेशन यदि 94 प्रतिशत से कम या पहले रीडिंग से 3 प्रतिशत से कम होने पर जिला कंट्रोल रूम न. 07782 223122 में कॉल कर सकतें हैं। सभी लोंगो को दिन में दो बार खाली पेट काढ़े का सेवन करने तथा भाप एवम स्टीम लेने की सलाह दी गयी है। ठंडा पानी नही। पीने तथा कुनकुने पानी में नमक डालकर दिन में दो बार गरारे करने को कहा गया है।