जगदलपुर। महिलामीडिया डॉट इन की खबर पर एक बार फिर मुहर लग गई है। महिलामीडिया डॉट इन ने 13 अगस्त को खबर प्रकाशित कर बता दिया था कि छत्तीसगढ़ में अब पार्षद ही महापौर चुनेंगे। नगरीय निकाय चुनाव समिति की बैठक में निर्णय लिया गया है कि छत्तीसगढ़ में महापौर चुनाव अलग से नहीं होगा बल्कि पार्षद दल का जो नेता होगा वही महापौर होगा इसके साथ ही 20 साल पुरानी परंपरा टूट गई है।
इसके लिए जो लोग महापौर की दावेदारी कर रहे हैं उन्हें पहले पार्षद का चुनाव लड़ना पड़ेगा और जीतने के बाद जिसको पार्षद दल अपना नेता तय करेगा वह महापौर बनेगा। नगरीय निकाय चुनाव समिति की बैठक में केबिनेट मंत्री शिव डहरिया, मोहम्मद अकबर और रविन्द्र चौबे शामिल थे। समिति ने निर्णय लिया है कि अप्रत्यक्ष प्रणाली से ही नगरीय निकायों के चुनाव होंगे।पार्षद से ही महापौर का चुनाव होगा। आरक्षण रोस्टर के आधार पर ही जो पात्र है वही मेयर बन सकता है। नगरीय निकायों का चुनाव अब मतपत्रों से ही होगा । निर्वाचन व्यय में कमी लाने को बड़ी वजह बताया जा रहा है।