जयपुर: एग्जिट पोल सामने आने के बाद से दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यालयों में लोगों की मनोदशा प्रभावित हुई है। भाजपा जहां इससे अत्यंत प्रसन्न है, वहीं कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों में उत्साह कम नजर आ रहा है। वहीं राजस्थान के फलोदी सट्टा बाजार में मध्य प्रदेश में सरकार बदलने पर बड़ा दांव लगाया जा रहा है।
एक सट्टेबाज ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार बनने के तुरंत बाद मध्य प्रदेश में सरकार बदलना एक बड़ी घटना होगी। सटोरिए ने कहा, “वर्ष 2018 में मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने 114 और भाजपा ने 109 सीटें जीती थी। उस दौरान भाजपा ने सरकार बनाने के लिए काफी कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हो पाई और कांग्रेस के कमलनाथ ने सरकार बनाई। उस वक्त सट्टा बाजार भौंचक रह गया था, लेकिन अब हमारा गणित कह रहा है कि वे कुछ बड़ी योजना बना रहे हैं। भाजपा सरकार बनाने के लिए हर समीकरण को आजमाएगी।” सटोरिए ने कहा, “इस परिवर्तन पर हम बड़ा दांव लगा रहे हैं।
मध्य प्रदेश में सरकार बदलने के साथ राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन पर भी सट्टेबाजी चल रही है। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत अगर लोकसभा चुनाव हार जाते हैं तो कांग्रेस के दूसरे धड़े का वर्चस्व बढ़ जाएगा। इससे अशोक गहलोत के राजनीतिक भविष्य पर संकट आ सकता है। मार्केट रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है।
फलोदी सट्टा बाजार के एक अन्य सट्टेबाज ने कहा कि भाजपा की लहर इस बार 2014 से ज्यादा है और मतदाताओं ने चुनाव तिथि की घोषणा के बाद ही अपना मन बना लिया था। वे शांत रहे, लेकिन मोदी को वोट देने में निर्णायक रहे। सात चरणों में संपन्न हुए आम चुनाव में अथक परिश्रम करने वाले कार्यकर्ताओं को कई पार्टियों ने सोमवार को आराम करने का मौका दिया। लेकिन दिल्ली में भाजपा मुख्यालय के एक कार्यकर्ता ने कहा कि उन्होंने ‘‘23 मई को लोकसभा चुनाव के परिणामों का शानदार तरीके से जश्न मनाने की तैयारियां पहले से शुरू कर दी हैं।