दहेज की मांग के चलते आए दिन शादी टूटने की खबरें आती रहती हैं। लेकिन किसी भी परिवार के लिए शादी वाले दिन ये कदम उठाना आसान नहीं होता है। मुंबई से करीब 270 किमी की दूरी पर स्थित मालेगांव में भी कुछ ऐसा ही हुआ। यहां एक शादी में शिरकत करने के लिए तय समय पर मेहमान पहुंचे थे। लेकिन विवाहस्थल पर कोई जश्न का माहौल ना देखकर हर कोई हैरान रह गया।
यहां लोगों को ना तो कोई पंडाल दिखा और ना ही किसी तरह की सजावट। लेकिन इस जगह पर एक ब्लैकबोर्ड लगा हुआ था। जिसपर शादी में शिरकत करने आए मेहमानों के लिए संदेश था। इस ब्लैकबोर्ड पर सबकी नजर गई। जिसपर लिखा था-
“इस सूचना के माध्यम से मैं आने वाले सभी मेहमानों से क्षमाप्रार्थी हूं कि आज सोमवार दिनांक 15 अप्रैल, 2019 को मेरी बेटी के निकाह और दावत की मजलिस लड़के और उसके माता-पिता की ओर से दहेज की बार-बार मांग और आलीशान पलंग की मांग को लेकर उनके द्वारा अपशब्द कहे जाने से आहत होकर रद्द की जाती है। मैं आने वाले सभी मेहमानों से फिर से क्षमा मांगता हूं।”
अब सोशल मीडिया पर भी इस बोर्ड की तस्वीरें शेयर हो रही हैं और लोग पिता की हिम्मत को सलाम कर रहे हैं।
इस छोटे से कसबे में रहने वाले पांच बच्चों के पिता ने अपनी 22 साल की बेटी की शादी एक कार्पेंटर के साथ तय की थी। वो एक मिठाई की दुकान पर काम करते हैं। इस शादी को करीब एक साल पहले तय किया गया था। लड़की वालों ने सोमवार को बरात के स्वागत की सारी तैयारी भी कर ली थी। लेकिन उससे पहले ही लड़के वालों ने एक नई मांग रख दी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लड़की के पिता आलीशान पलंग की मांग पूरी नहीं कर सके और उन्होंने परेशान होकर शादी तोड़ दी। हालांकि लड़के के परिवार ने इस बात को खारिज कर दिया है। दूल्हे का कहना है कि शादी एक साल पहले तय हुई थी, लेकिन पलंग उसके कद से छोटा था। जिसके चलते परिवार (लड़के के परिवार) ने पोर्टर से बेड ना सेट करने को कहा। पोर्टर ने लड़की के पिता को जो बताया उससे गलतफहमी हो गई।
बताया जा रहा है कि लड़के के परिवार ने लड़की के पिता को काफी प्रताड़ित भी किया, जिसके बाद उनके पास शादी रद्द करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा।