नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बर्फबारी के कारण देश के उत्तरी राज्यों में ठंड का असर बरकरार है। उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, बिहार, पंजाब और हरियाणा में घने कोहरे का भी अलर्ट जारी किया गया है। उत्तरी राज्यों में बर्फबारी के कारण ठंडी हवाओं से मप्र में भी तापमान गिर रहा है। भोपाल में नवंबर का महीना 36 साल में सबसे ज्यादा ठंडा रहा। यहां पारा 8.2 डिग्री पहुंच चुका है।हिमाचल प्रदेश के पांच जिले किन्नौर, कुल्लू, लाहौल स्पीति, कांगड़ा और चंबा में 3 दिन तक बर्फबारी का अलर्ट है। इन जिलों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज हो सकती है। उधर, कश्मीर में ठंड लगातार बढ़ जा रही है। पहलगाम में रात का तापमान माइनस 3.4 डिग्री तक पहुंच गया है। श्रीनगर में तापमान माइनस 1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
बर्फीली हवाओं से ठिठुरा मप्र
बर्फीली हवाओं से मप्र ठिठुर गया है। कई शहरों में दिसंबर-जनवरी जैसी ठंड पड़ रही है। भोपाल में नवंबर का महीना 36 साल में सबसे ज्यादा ठंड है। यहां पारा 8.2 डिग्री पहुंच चुका है। वहीं, मंडला और शहडोल में पारा 7 डिग्री के नीचे है। नवंबर के आखिरी दिन भी तेज सर्दी का असर रहने की संभावना है। दिसंबर में कड़ाके की ठंड का दौर रहेगा। पश्चिम-उत्तर भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम 234 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बह रही है। मध्यप्रदेश के शहरों में यह औसत 8 से 10 किमी है। इस वजह से भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-जबलपुर के साथ ही छोटे शहरों में भी तेज ठंड है। शुक्रवार को सर्द हवाओं की वजह से लोग कंपकपा उठे। इससे बचने के लिए वे दिनभर गर्म कपड़ें पहने रहे।
हवा नीचे बहेगी तो ठंड और बढ़ेगी
मौसम वैज्ञानिक प्रमेंद्र कुमार ने बताया, अभी जेट स्ट्रीम हवा की ऊंचाई 12.6 किमी है। जब यह नीचे बहेगी, तब ठंड का असर और तेज हो जाएगा। इसके अलावा पूर्वी हिस्से में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम और दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर डीप डिप्रेशन एक्टिव है। इसका असर भी प्रदेश में देखने को मिल रहा है।