ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अक्षय नवमी के दिन आंवला के वृक्ष की पूजा अर्चना करने का विधान है. इस दिन आंवला के वृक्ष पर दूध अर्पित करें और और पूर्व की ओर मुख करके ॐ धात्र्ये नमः मंत्र का जप करें. ऐसा करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है और परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है.इसके अलावा कुछ ऐसे उपाय हैं जिन्हें करके हमें श्री हरि विष्णु की कृपा प्राप्त होगी और हमारे जीवन से हर तरह की समस्या का समापन होगा, आइये ऐसे कुछ उपायों के बारे में विस्तार से जानते हैं.
अक्षय नवमी के दिन आंवला के वृक्ष की कपूर व घी के दीपक से आरती करें और 108 बार परिक्रमा करें. इसके साथ ही आंवला के वृक्ष के नीचे ब्राह्मण, गरीब व जरूरतमंद लोगों को भोजन कराएं. साथ ही खुद भी वृक्ष के पास भोजन करें. ऐसा करने से माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्ति होती है और परिवार के सदस्यों की उन्नति भी होती है.
अक्षय नवमी के दिन आंवले के पौधे का दान करना बहुत उत्तम माना गया है. इसके साथ ही आप भी अपने घर की उत्तर दिशा में आंवला का वृक्ष लहाएं. अगर उत्तर दिशा में पौधा लगाना संभव नहीं है तो पूर्व दिशा में भी लगा सकते हैं. ऐसा करने से वास्तु दोष दूर होता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है, जिससे परिवार के सभी सदस्यों की समस्याएं दूर होती हैं.
अक्षय नवमी के दिन उपवास रखना बहुत शुभ माना जाता है. इस दिन उपवास रखकर आंवला के वृक्ष की पूजा करें और भगवान विष्णु को आंवले का भोग लगाएं. भोग लगाने के बाद उस आंवले का सेवन कर लें. ऐसा करने से सभी पाप नष्ट होता जाते हैं और आरोग्य की भी प्राप्ति होती है. साथ ही इस दिन गरीब व जरूरतमंद लोगों को गर्म कपड़ों का दान करने से घर में धन धान्य की कमी नहीं होती है.
अक्षय नवमी के दिन आंवले के वृक्ष की पूजा अर्चना करने के बाद हनुमानजी को सिंदूर, चोल और पान का बीड़ा अर्पित करें. इसके बाद पूजा अर्चना करें और सुंदरकांड का पाठ करें. ऐसा करने से आपके सभी कष्ट दूर होते हैं और सभी समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है. साथ ही भगवान विष्णु के साथ हनुमानजी की कृपा भी प्राप्त होती है.
अक्षय नवमी के दिन आंवले के पेड़ की पूजा करें और फिर एक पीला कपड़ा लें. उसमें 4 आंवले जो एक दिन पहले के तोड़े हुए हैं उन्हें उस कपड़े में रख लें. इसके बाद उस पोटली को तांबे या पीतल के बर्तन में रख कर अपने बेडरूम की अलमारी में रख लें. हर माह के शुक्ल पक्ष की अवामी को आंवले बदलें. ऐसा सिर्फ आपको 5 नवमी तिथियों तक करना है. इससे आपको लाभ दिखने लगेगा.
अक्षय नवमी के दिन तिल के तेल का दीया जलाकर उससे आंवले के पेड़ की पूजा करें एवं आरती उतारें. फिर इसके बाद उस दीपक में अपने और अपने जीवनसाथी से 5 कपूर उसार कर डाल दें और दीपक को आंवले के पेड़ के नीचे रखकर घर आ जाएं. ध्यान रहे कि इस उपाय को पति-पत्नी को साथ में करना है तभी इसका शुभ फल प्राप्त होगा और वैवाहिक जीवन में खुशहाली आएगी.
अक्षय नवमी के दिन भगवान विष्णु को 5 गेंदे के फूल लाल कपड़े में रखकर चढ़ाएं. फिर उस पोटली को घर की पूर्व दिशा में बांध दें. इसके आलवा, आप बागवान विष्णु को एक शंख भी अर्पित कर सकते हैं. शंख चढ़ाने से भी श्री हरि नारायण शीघ्र प्रसन्न होकर अपनी असीम कृपा बरसाते हैं. साथ ही, घर एवं दांपत्य जीवन में पसरी कैसी भी नकारात्मकता क्यों न हो उसे दूर कर देते हैं.