दिल्ली: दिल्ली में सर्दी से पहले ही प्रदूषण (Delhi Air Pollution) ने अपने पैर पसार लिए हैं. पिछले काफी समय से जहरीली हवा लोगों का दम घोंट रही है. स्वस्थ लोगों को भी खांसी, आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो रही हैं. स्मॉग की परत आसमान को इस कदर घेर चुकी है कि सांस लेना दूभर हो रहा है. दिल्ली प्रदूषण के मामले में टॉप-10 शहरों में बनी हुई है. खराब हवा के साथ दिल्ली तीसरे नंबर पर है. 30 अक्टूबर को सुबह 5.30 बजे राजधानी का AQI 271 दर्ज किया गया. वहीं अगर सभी प्रदूषित शहरों की बात करें तो दिल्ली इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर है. दिल्ली का आनंद विहार प्रदूषण के मामले में आज भी टॉप पर बना हुआ है. सुबह 5.30 बजे आनंद विहार का AQI 352 दर्ज किया गया, जबकि सुबह 6 बजे यह 351 था, जो बेहद खराब है. मंगलवार को भी स्थिति बहुत अच्छी नहीं रही. मंगलवार सुबह 6.15 बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 275 दर्ज किया गया।
अभी और खराब होगी दिल्ली की हवा
सर्दियां शुरू होते ही दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ने लगता है। दिवाली से एक दिन पहले भी प्रदूषण से राहत नहीं मिलती। पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद हर साल हजारों लोग पटाखे फोड़ते हैं, जिससे हवा और भी खराब हो जाती है। इससे सांस लेने में दिक्कत होती है, जिसमें खासकर बच्चों और बुजुर्गों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। आज दिल्ली के अलीपुर की हवा भी बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है। सुबह 6 बजे यहां की वायु गुणवत्ता 302 थी। बुराड़ी में वायु गुणवत्ता 287 दर्ज की गई। द्वारका में हवा 267 खराब दर्ज की गई है।
दिल्ली की हवा में 'जहर', सांस लेने में दिक्कत
दिल्ली-एनसीआर की हवा खराब होने का सबसे बड़ा कारण हरियाणा-पंजाब समेत पड़ोसी राज्यों में पराली जलाना है। हर साल दिवाली से पहले खेतों में पराली जलाने की वजह से दिल्ली की हवा में जहर घुल जाता है और आसमान में स्मॉग की परत जम जाती है. कल बड़ी दिवाली है और प्रदूषण का स्तर अभी भी सातवें आसमान पर है. वायु प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है. अगर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों की बात करें तो साल 2021 से लेकर अब तक अक्टूबर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ा है.