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उत्तर कोरिया विभिन्न देशों को जोड़ने वाली सड़कों को उड़ाने की कर रहा कोशिश! 

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सियोल। दक्षिण कोरिया की सेना का दावा है कि कुछ दिनों पहले प्योंगयांग ने सभी अंतर-कोरियाई सड़कों और रेलमार्गों को काटने की कसम खाई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरियाई पीपुल्स आर्मी (केपीए) ने उन उपायों पर बात की थी जो उत्तर कोरिया को दक्षिण कोरिया से पूरी तरह से अलग कर देगा और कहा था कि उसने दक्षिण में अमेरिकी सेना को टेलीफोन संदेश भेजा है जिसमें किलेबंदी परियोजना पर किसी भी गलत फैसले और आकस्मिक संघर्ष को रोकने की बात कही है।
संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने कहा कि 9 अक्टूबर को केपीए द्वारा की गई घोषणा के बाद, उत्तर कोरियाई सेना ऐसी गतिविधियां कर रही है, जिनके बारे में माना जाता है कि वे ग्योंगगुई और डोंगहे लाइनों के साथ सड़कों पर विस्फोटों से जुड़ी हैं। जेसीएस प्रवक्ता ने कहा कि सेना ने पाया कि उत्तर कोरिया विस्फोटों की तैयारी के लिए सड़कों पर कवर लगा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया अंतर-कोरियाई सड़कों पर विस्फोट कर सकता है या अन्य उकसाने वाली गतिविधियों को बढ़ावा भी दे सकता है। उन्होंने कहा कि यदि उत्तर कोरिया उकसावे की कार्रवाई करता है, तो हम आत्मरक्षा के अधिकार के लिए जवाबी कार्रवाई करेंगे।
जेसीएस ने कहा कि वह बॉर्डर पर हो रही ऐसी गतिविधियों पर बारीकी से नजर रख रहा है और सैनिकों और दक्षिण कोरियाई लोगों के लिए सुरक्षा उपाय तलाश रहा है। दोनों देश ग्योंगुई लाइन के जरिए सड़कों और रेलमार्गों से जुड़े हुए हैं। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब उत्तर कोरिया अंतर-कोरियाई तनाव को बढ़ा रहा है और एकीकरण के निशान मिटा रहा है, क्योंकि उसके नेता किम जोंग-उन ने पिछले साल कोरिया को दो शत्रुतापूर्ण राज्य के रूप में परिभाषित किया था और इसे देखते हुए ही इंटर कोरियन एक्सचेंज और सहयोग के प्रतीक के रूप में देखे जाने वाले मार्गों को खत्म करने के लिए कदम उठाए। 
उत्तर कोरिया ने स्ट्रीट लैंप हटा दिए हैं और ग्योंगगुई और डोंगहे सड़कों के किनारे खदान खोद दी हैं साथ ही संदिग्ध एंटी-टैंक बैरियर बनाने और दोनों कोरिया को अलग करने वाले डिमिलिटराइज्ड ज़ोन के उत्तर की ओर कंटीले तारों को लगाकर सैनिक तैनात कर दिए हैं। उत्तर कोरिया ने दावा किया था कि दक्षिण ने इस महीने तीन बार प्योंगयांग के ऊपर मानव रहित ड्रोन भेजे हैं। उत्तर कोरियाई तानाशाह की बहन किम यो-जोंग ने चेतावनी दी थी कि अगर अगले दिन दक्षिण कोरियाई ड्रोन फिर से उड़ाए गए तो इसके भयानक परिणाम होंगे। 
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने रणनीतिक मुद्दों का हवाला देते हुए इस दावे की पुष्टि करने से इनकार कर दिया और चेतावनी दी कि यदि उत्तर कोरिया दक्षिण कोरियाई लोगों को नुकसान पहुंचाता है तो वह अपने शासन का अंत देखेगा। सेना उकसावे के खिलाफ पूरी तरह से तैयार है, क्योंकि उत्तर कोरिया की सेना ने पिछली रात सीमा पर तोपखाने इकाइयों को गोलीबारी के लिए पूरी तरह से तैयार रहने का आदेश दिया था।