नॉर्थ-ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के हर्ष विहार इलाके में रास्ता नहीं देने पर बाइक सवार तीन युवकों ने दो भाइयों पर चाकू से हमला कर दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। वारदात के बाद घायल हिमांशु ने अपने भाई अंकुर को ई-रिक्शा से अस्पताल पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान अंकुर की मौत हो गई। दोनों भाई दशहरा का मेला देखने जा रहे थे। पुलिस ने मृतक के भाई हिमांशु के बयान पर हत्या और हत्या की कोशिश की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने अंकुर का शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। फिलहाल पुलिस आरोपियों की पहचान के लिए घटनास्थल के आसपास CCTV फुटेज खंगाल रही है।
ड्यूटी से लौटकर मेले गए थे, लेकिन लौटे नहीं
पुलिस के मुताबिक अंकुर मूलरूप शामली का रहने वाला था। अंकुर दिल्ली में अपने परिवार के साथ बी-ब्लॉक, प्रताप नगर में रहते थे। परिवार में पिता कृष्ण पाल, मां सुनीता, एक बहन और भाई हिमांशु हैं। अंकुर गाजियाबाद फिटर से ITI कर रहे थे। उनकी नोएडा में एक कंपनी में जॉब भी लगी थी। परिजनों का कहना है कि ड्यूटी से आने के बाद देर शाम अंकुर अपने भाई हिमांशु के साथ दशहरा मेला देखने के लिए घर से निकले थे। जब वे सबोली मेन रोड पर पहुंचे, वहां काफी भीड़ थी। एक बाइक पर सवार तीन लोग बार-बार हॉर्न देकर उन्हें रास्ता देने के लिए कहने लगे। जबकि वहां काफी भीड़ थी। बावजूद इसके आरोपियों ने तेजी से बाइक निकालते हुए उन्हें साइड भी मार दी। दोनों भाइयों ने इसका विरोध किया। जिस पर गुस्साए आरोपियों ने उन पर चाकू से हमला कर दिया।
भाई ने ई-रिक्शा से अस्पताल पहुँचाया
आरोप है कि वारदात के वक्त मौके पर काफी लोग खड़े थे, लेकिन किसी ने भी उन्हें बचाने की कोशिश नहीं की। जब आरोपी मौके से भागने लगे तब भी किसी ने उन्हें पकड़ने की कोशिश नहीं की। हिमांशु किसी तरह ई-रिक्शा से भाई को नजदीकी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने अंकुर को मृत घोषित कर दिया।