जगदलपुर। शहर के मशहूर मधुर गीतकार और कवि डॉ चंद्रेश शर्मा का असामायिक निधन 30 नवंबर को रायपुर में हो गया। जिनको याद करते हुए साहित्य एवं कला समाज जगदलपुर के तत्वाधान में आज 2 दिसम्बर विनम्र श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर उनके लेखन, गायन, वादन और मधुर आवाज को हर किसी ने हृदय से याद किया। उनके निधन को साहित्य एवं कला के क्षेत्र में अपूर्णीय क्षति बताया।
कार्यक्रम में उनके गाये गीत ’मैं बस्तरिया हों संगीं को गाकर उन्हें काव्यांजलि दी गयी गई। इस अवसर पर शहर के समाजसेवी मनीष मूलचंदानी जी की माता जी श्रीमती मीरादेवी को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम संचालन करते हुए सनत जैन ने बताया कि डॉ चंद्रेश का स्वभाव ही सरल नहीं था बल्कि वे सरल और दयालु व्यवहार के थे। शहर के साहित्यकार रऊफ परवेज, एस एस त्रिपाठी, नूर जगदलपुरी, नरेन्द्र पाढ़ी, ममता जैन, डॉ प्रकाश मूर्ति, अवध किशोर शर्मा, सुरेश चितेरा, नरेन्द्र यादव, ऋषि शर्मा, चमेली कुर्रे आदि शामिल थे।