जगदलपुर। भाजपा सरकार की आदिवासी विरोधी नीतियों के चलते हमने भाजपा को वोट नहीं देने का निर्णय लिया है। यदि प्रदेश में चौथी बार भाजपा की सरकार बनी तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा, राजतंत्र हावी हो जाएगा। हमारे पास दूसरा विकल्प कांग्रेस है। प्रदेश में बदलाव जरूरी है इसलिए हम कांग्रेस को वोट देंगे। उक्त बातें छत्तीसगढ़िया सर्व समाज के सोहन पोटाई जो कि कांकेर के पूर्व सांसद रहे हैं ने प्रेसवार्ता के दौरान कहीं।
नवल सिंह मंडावी ने कहा कि भूमि अधिग्रहण बिल के तहत आदिवासियों की जमीन कोई भी आपसी सहमति से खरीद सकता है। आदिवासियों के हित के विपरीत सरकार ने यह कानून विधानसभा में पास कराया है। यदि भाजपा की सरकार आएगी तो इस कानून को पूर्ण रूप से लागू करेगी। इसलिए हम आदिवासी भाजपा को वोट नहीं देंगे।
श्री मंडावी ने भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बस्तर के आदिवासी पुलिस और नक्सली दोनों तरफ से पिस रहे हैं। पिछले 15 सालों में भाजपा सरकार नक्सली समस्या का हल नहीं निकाल सकी है। भाजपा सरकार की गलत शिक्षा नीति,बेरोजगारी, अनुसूचित जाति के आरक्षण को 16 प्रतिशत से घटाकर 11 प्रतिशत करना,आदिवासी बच्चों का शारीरिक शोषण सहित अन्य मुद्दों पर सरकार की गलत नीति के कारण भाजपा सरकार को वोट नहीं देने का फैसला किया है।
छत्तीसगढ़िया सर्व समाज के इस फैसले से भाजपा सरकार की मुश्किलें बढ़ेंगी। इससे भाजपा के वोट बैंक पर सीधा असर पड़ेगा। जिन आदिवासियों को लुभाने भाजपा सरकार तमाम कोशिशें कर रही है। उसी आदिवासी समाज के इस निर्णय से भाजपा के लिये चुनाव जीतना टेढ़ी खीर साबित होगा। इस अवसर पर समाज के शंकर ठाकुर,अजय चौहान सहित अन्य मौजूद थे।