कौन बनेगा करोड़पति का 10वां सीजन इन दिनों टीआरपी चार्ट पर टॉप पर बना हुआ है. लंबे अरसे से ये शो फैंस की पसंदीदा लिस्ट में टॉप पर है.
लेकिन इस शो के साथ ही कई बार ठगी का खेल भी शुरू होता है. रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल जब ये शो शुरू होता है. इसके नाम पर कई बार लोगों को गलत सूचना देकर ठगा जाता है.
केबीसी के नाम पर ठगी का सवाल आते ही पहला सवाल सामने आता है कि ये गेम शो तो पूरा क्लियर चलता है. अमिताभ बच्चन सवाल पूछते हैं और कंटेस्टेंट जवाब देते हैं. फिर ठगी का सवाल कैसे.
लेकिन ये मत भूलिए केबीसी शो का टेलीविजन के अलावा एक ऑनलाइन सेगमेंट भी है. इसी के जरिए शो के बहाने कई लोग ठगी का जाल बिछाते हैं.
स्कैमर अपने डेटाबेस से किसी को भी रैंडम कॉल करते हैं और फंसाने की कोशिश करते हैं. अगर वॉयस कॉल से लोग झांसे में नहीं आते तो स्कैमर व्हाट्सएप के माध्यम से भी लोगों तक पहुंचने की कोशिश करते हैं.
स्कैमर अधिकांश पीड़ितों को यह कहकर मनाते हैं कि आपके परिवार के किसी सदस्य ने भाग लिया होगा और आपका नंबर दिया होगा.
पुलिस शिकायतों के अनुसार फर्जी कॉल अधिकांश 0092 से शुरू होने वाले नंबर्स से आते हैं. स्कैमर कभी-कभी खुद को केबीसी टीम का बताकर फोन करते हैं और पीड़ितों से आसान सा सवाल पूछते हैं.
कई मामलों में स्कैमर, पैसे जमा करने के बजाय पीड़ित के खाते से सीधे पैसे ट्रांसफर करने या बैंक खाते की डिटेल बारे में पूछते हैं. यहां समस्या यह है कि पीड़ित गोपनीय ऑनलाइन बैंकिंग विवरण दे देते हैं जिसका उपयोग बाद में चोरी करने के लिए किया जाता है.