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प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण का नया अध्याय लिखा जाएगा : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

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भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भारतीय महिलाएं प्रारंभ से शौर्य और पराक्रम का महत्वपूर्ण उदाहरण रही हैं। भारत का इतिहास महिलाओं के साहस से भरा हुआ है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बदलते दौर में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इस क्रम में भारत की संसद और विधानसभा में एक तिहाई स्थान पर महिलाओं के निर्वाचन के प्रावधान के प्रयास ऐतिहासिक होंगे। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आने वाले दो-तीन वर्ष में देश में महिला कल्याण और महिला सशक्तिकरण का नया अध्याय लिखा जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज भोपाल के रवीन्द्र भवन में उच्च शिक्षा और स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित छात्राओं के संवाद एवं सम्मान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत का पिछले 500 वर्ष का इतिहास देखें तो वह महिलाओं के गौरव और शौर्य से परिपूर्ण रहा है। उन्होंने कहा कि रानी दुर्गावती का 500वां वर्ष चल रहा है। आज की युवा पीढ़ी को उनके शौर्य के बारे में जानकारी होना चाहिए। मध्यप्रदेश की बेटी रानी दुर्गावती ने अपने शासन काल में 51 लड़ाईयां लड़ीं। रानी दुर्गावती ने अकबर की सेना को पूरी वीरता के साथ तीन बार पराजित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने झांसी की रानी की वीरता का भी उल्लेख किया। उन्होंने देवी अहिल्या बाई के शासन व्यवस्था की जानकारी देते हुए बताया कि देवी अहिल्या बाई ने अपने कार्यकाल में देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों सोमनाथ, उज्जैन, बनारस में विशाल मंदिरों का निर्माण कराया। उनकी धर्म के प्रति सच्ची निष्ठा को पूरे सम्मान के साथ याद किया जाता है।

प्रदेश की बेटियों की प्रतिभा की चर्चा करते हुए डॉ. यादव ने कहा कि हमारी बेटियों ने हर क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। प्रतिभाशाली बेटियों ने देश और दुनियां में मध्यप्रदेश का नाम रौशन किया है। राज्य सरकार प्रदेश की महिलाओं और बेटियों के कल्याण के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने छात्राओं से आग्रह किया की वे देश की महान महिला विभूतियों से प्रेरणा लें। उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारें। भारतीय संस्कृति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति को दुनिया में श्रेष्ठ संस्कृति के रूप में पहचाना जाता है।

19 लाख छात्राओं को अंतरित की गई राशि

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस मौके पर समग्र शिक्षा के अंतर्गत सैनिटेशन एवं हाइजीन योजना में 19 लाख छात्राओं को 57 करोड़ 18 लाख रुपये की राशि अंतरित की। इस कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालयों और महाविद्यालय की छात्राओं को स्वच्छता के महत्व और उनके उपायों के बारे में जानकारी दी जाती है। यह योजना स्कूल शिक्षा विभाग के समग्र शिक्षा अभियान के तहत संचालित हो रही है। इस वर्ष योजना में कक्षा 7 से 12 तक की छात्राओं को सेनेटरी नेपकिन के लिए यह राशि अंतरित की गई है। योजना में प्रति छात्रा को एक वर्ष के लिए 300 रूपये की राशि उनके बैंक खाते में अंतरित की गई है।

मुख्यमंत्री को छात्राओं ने बांधी राखी

मुख्यमंत्री डॉ. यादव को छात्राओं द्वारा "विशाल राखी" भेंट की गई। इसके बाद छात्राओं ने मुख्यमंत्री को राखी भी बांधी। डॉ. यादव ने छात्राओं को उपहार भेंट किए। मुख्यमंत्री ने गणतंत्र दिवस परेड नई दिल्ली-2024 और राष्ट्रीय सेवा योजना में मध्यप्रदेश का नेतृत्व करने वाली छात्राओं, महाविद्यालय में विभिन्न संकायों में अव्वल रहने वाली छात्राओं का सम्मान किया। साथ ही यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम में जिन छात्राओं ने भागीदारी की, उनका भी मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सम्मान किया। सम्मान की श्रृंखला में कक्षा बारहवीं बोर्ड परीक्षा के विभिन्न संकायों में राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली प्रतिभावान छात्राओं का भी सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने उन छात्राओं को भी सम्मानित किया जिन्होंने खेल गतिविधियों में अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया।

प्रारंभ में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा सुखवीर सिंह ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी का कॉलेज और स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता सुधार में निरंतर प्रयास किए जाने पर जोर रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता राष्ट्रीय स्तर के औसत से ज्यादा रही है। प्रदेश के प्रत्येक जिले में प्रधानमंत्री ऑफ एक्सीलेंस कॉलेज प्रारंभ किए जाने का निर्णय लिया गया है। साथ ही सीएम राइज स्कूलों से भी शिक्षा में गुणात्मक सुधार देखने को मिल रहा है। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा डॉ. संजय गोयल ने आभार व्यक्त किया। आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती शिल्पा गुप्ता, आयुक्त उच्च शिक्षा निशांत वरबडे और संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र हरजिंदर सिंह, वरिष्ठ अधिकारी सहित बड़ी संख्या में विद्यालयीन एवं महाविद्यालयीन छात्राएं उपस्थित रही।