क्वाड ने चीन और पाकिस्तान को सीधा संदेश देते हुए कहा है कि इन देशों को अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर उपद्रव बंद कर देना चाहिए।
क्वाड ने कहा कि चीन की अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा के उल्लंघन की आदत हो सकती है लेकिन इस तरह की जबरदस्ती को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। व
हीं पाकिस्तान का नाम लिए बिना क्वाड समूह ने कहा कि आतंकवाद पर कड़ी कार्रवाई जरूरी है। सम्मेलन में 26/11 मुंबई हमले का भी जिक्र किया गया।
‘क्वाड’ समूह ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और उनसे संबंधित संगठनों सहित संयुक्त राष्ट्र द्वारा सूचीबद्ध सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की बात कही है।
समूह ने पाकिस्तान का संदर्भ देते हुए सभी देशों से आग्रह किया कि वे अपने क्षेत्र का आतंकवादी उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल होने से रोकने के लिए तत्काल, निरंतर और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करें।
चार देशों के समूह क्वाड के विदेश मंत्रियों की यहां बैठक के बाद जारी एक संयुक्त बयान में, क्वाड मंत्रियों ने सीमा पार आतंकवाद सहित आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ के सभी रूपों की ‘स्पष्ट रूप से’ निंदा की। क्वाड में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं।
बयान में कहा गया है, ‘हम 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए हमलों, और पठानकोट हमलों सहित अन्य आतंकवादी हमलों की फिर से निंदा करते हैं तथा इन हमलों को अंजाम देने वालों को बिना देरी के न्याय के कठघरे में लाने का आह्वान करते हैं।’
मंत्रियों ने आतंकवादियों और आतंकवादी संगठनों द्वारा मानव रहित हवाई यान (यूएवी), ड्रोन, सुरंगों और सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल की निंदा की।
क्वाड ने सभी देशों से आग्रह किया कि वे अपने नियंत्रण वाले क्षेत्र का आतंकवादी उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल होने से रोकने के लिए तत्काल, निरंतर और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करें।
बयान में किसी का भी नाम लिए बिना कहा गया है, ‘हम अल-कायदा, आईएसआईएस/दायश, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और उनके छद्म समूहों सहित संयुक्त राष्ट्र द्वारा सूचीबद्ध सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई का आह्वान दोहराते हैं।’
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत अकसर आतंकवाद के मामले को लेकर पाकिस्तान को बेनकाब करता रहा है।
संयुक्त बयान में कहा गया है, ‘हम अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए प्रतिबद्ध हैं तथा अपने अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय साझेदारों के साथ व्यापक और सतत तरीके से काम कर रहे हैं, ताकि आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ से उत्पन्न खतरों को रोकने, पता लगाने और उनका जवाब देने की उनकी क्षमता को मजबूत किया जा सके।’
चीन को भी लताड़ा
क्वाड मसूह ने पूर्वी और दक्षिणी चीनी सागर को लेकर कहा कि वह लगातार यथास्थिति बदलने का प्रयास कर रहा है। यह सभी देशाों के लिए चिंता की बात है।
इस तरह से जबरदस्ती सीमा का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि क्वाड केवल बातचीत करने का मंच नहीं बल्कि यह ऐक्शन लेने का मंच है।
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