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राजीव भवन में सादगी,गरिमा व सौहाद्र के साथ मनाया गया कांग्रेस स्थापना दिवस

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जगदलपुर. बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी (शहर) के द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सादगी-सौहाद्र व गरिमा के साथ आज कांग्रेस पार्टी के ध्वज का आरोहण कर कांग्रेस का स्थापना दिवस मनाया गया।सर्वप्रथम कांग्रेस के स्थापना दिवस पर जिला मुख्यालय जगदलपुर में जिला कांग्रेस के लोकप्रिय अध्यक्ष/ईविप्रा उपाध्यक्ष राजीव शर्मा ने पार्टी के ध्वज का आरोहण किया और कांग्रेसियों को सन्देश देते हुए 138 वें स्थापना दिवस की बधाई दी और कहा कि इस पर प्रत्येक सदस्य को गर्व होना चाहिए कि कांग्रेस संगठन भारत का ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक राजनीतिक संगठन है। हमें गर्व है कि हम इतनी पुरानी पार्टी के सदस्य हैं. 28 दिसंबर 1885 को जनता के मुद्दे और देश को आजाद कराने के उद्देश्य से कांग्रेस की स्थापना एओ ह्यूम ने की थी कांग्रेस के कुशल नेतृत्व से देश को आजादी मिली।

कांग्रेस ने आजादी के बाद आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई,आज चुनौती भरे माहौल में कांग्रेस कार्यकर्ता व देश की युवा पीढ़ी को विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक संगठन के यशस्वी इतिहास विचारधारा व समृद्धि सिद्धांतों से अवगत कराए।यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश पर राज करने वाली सत्ता जनहित से सरोकार नहीं रखती इसलिए विपक्ष के रूप में हमारी जिम्मेदारी जनता के प्रति ज्यादा है हमारी एकजुटता लोकतंत्र को मजबूत बनाने में मदद करेगी आज ही के दिन कांग्रेस की बुनियाद रखी गई थी कांग्रेस पार्टी की स्थापना भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए आज का दिन बेहद खास है क्योंकि इसी दिन मुंबई के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज में भारतीय राष्ट्रीय संघ के पहले सत्र के लिए जमा हुए थे जिसे बदलकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस नाम दिया गया शुरुआती दशकों में कांग्रेस की भूमिका सुधार प्रस्तावों तक सीमित रही 20वीं सदी की शुरुआत में पार्टी के अंदर ब्रिटिश उपनिवेशवाद के खिलाफ वह स्वदेशी के समर्थन में आवाज मुखर होने लगी भारतीयों से आयातित ब्रिटिश उत्पादों के बहिष्कार व भारतीय उत्पादों को अपनाने की अपील की जाने लगी।

संसदीय सचिव/विधायक रेखचन्द जैन ने स्थापना दिवस पर अपने विचार व्यक्त करते कहा कि सन 1920 और 30 के दशक में कांग्रेस ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में अहिंसक आंदोलन का रास्ता अपनाया आजादी के आंदोलन से जुड़े लगभग सभी बड़े नेताओं की राजनीतिक जड़ें कांग्रेस में रही हैं इनमें देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू व देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल प्रमुख है स्वतंत्रता के बाद लंबे समय तक पार्टी का देश में शासन रहा है एवं इस दौरान बतौर कांग्रेस परिवार के सदस्य होने के नाते हम सबका दायित्व है कि स्थापना दिवस के अवसर पर अधिक से अधिक संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित होकर कांग्रेसी ध्वज को सलाम कर राष्ट्र विरोधी ताकतों से लड़ने की प्रेरणा प्राप्त करें।

महापौर सफीरा साहू,प्रदेश महामंत्री यशवर्धन राव, वरिष्ठ कांग्रेसी सतपाल शर्मा ने स्थापना दिवस की बधाई देते कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में कांग्रेस सबसे मज़बूत राजनीतिक ताकत के रूप में उभरी. राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की हत्या और सरदार पटेल के निधन के बाद जवाहरलाल नेहरु के करिश्माई नेतृत्व में पार्टी ने पहले संसदीय चुनावों में शानदार सफलता पाई और ये सिलसिला 1967 तक लगातार चलता रहा पहले प्रधानमंत्री के तौर पर नेहरू जी ने धर्मनिरपेक्षता, आर्थिक समाजवाद और गुटनिरपेक्ष विदेश नीति को सरकार का मुख्य आधार बनाया जो कांग्रेस पार्टी की पहचान बनी कांग्रेस ने इस देश को जो दिया है उस इतिहास को कभी भुलाया नही जा सकता इतिहास मिटाने वाले खुद मिट जाएंगे मगर इतिहास मिटा नही पाएंगे।