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प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ की गई बर्बरता पूर्ण अलोकतांत्रिक कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस ने किया कलेक्ट्रेट घेराव,कांग्रेस ने की उत्तर प्रदेश सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग

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जगदलपुर। बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खिरी में कृषि कानून के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों को वाहन से रौंदकर किए गए निर्मम हत्या एवं शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना देने हेतु लखीमपुर ख़िरी जा रहे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी आदरणीय श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा किए गए बर्बरता पूर्ण अलोकतांत्रिक कार्रवाई के विरोध में कलेक्ट्रेट घेराव किया गया।

घेराव के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा कि यूपी के लखीमपुर खिरी की घटना से यह साबित हो गया है कि भाजपा को किसान,मजदूर व गरीब बिल्कुल भी पसंद नहीं भाजपा उनके अधिकारों को दबाने की कोशिश कर रही है इस घटना के विरोध में श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही थी उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और उन्हें हिरासत में लिया गया जो कि लोकतंत्र की हत्या और उसके अधिकारों का हनन है। राजनीतिक पार्टी के नेताओं को नजरबंद किया जा रहा है हर किसी को लखीमपुर जाने से रोका जा रहा है किसी को भी लखीमपुर जाने नही दिया जा रहा है।

 

श्री शर्मा ने कहा कि परिस्थितियां बयान कर रही है कि भाजपा पूरी तरह किसान,गरीब, मजदूरों के खिलाफ और उनकी विरोधी है तथा उनके द्वारा किसी भी विरोध को बर्दाश्त नहीं करना चाहती भाजपा किसानों के अधिकारों को दबाने के लिए किसी भी स्तर तक जा सकती है मंत्री अजय मिश्रा को भी बर्खास्त किया जाना चाहिए जिन्होंने किसानों के आंदोलन को कुचलने व दबाने की कोशिश की उन पर अतिशीघ्र कार्यवाही होनी चाहिए जिस तरह से केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का बयान आया कि मेरा पुत्र वहां नही था वह अपने पुत्र को पूरी तरह बचाने की कोशिश कर रहे है साक्ष्य छुपाने के आरोप में उनके खिलाफ भी कार्यवाही होनी चाहिए।

पीड़ित परिवार से मिलना दुख पर सहभागी बनना भाजपा को पच नहीं रहा कई रहस्यमय मामलों के उजागर से भयभीत भाजपा सरकार पीड़ित परिवार से मिलने के लिए राजनेताओं को रोक रही है छत्तीसगढ़ के संवेदनशील यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी और पंजाब के उपमुख्यमंत्री को लखनऊ हवाई अड्डे पर उतरने की अनुमति नहीं देने से यह साबित हो गया कि योगी सरकार पूरी तरह से डरी और सहमी हुई है और इस घटना की पूर्ण जिम्मेदार भी।

संसदीय सचिव/विधायक रेखचंद जैन ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में इतनी बड़ी घटना हो गई मगर आज पर्यन्त तक प्रधानमंत्री और भाजपा की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया ना आना दुर्भाग्यपूर्ण है उन्होंने इस घटना की निंदा करते हुए अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त कर कहा कि तीनों कृषि काले कानून के विरोध में किसानों द्वारा निरंतर आंदोलन किया जा रहा है कई राज्यों में इसके खिलाफ प्रस्ताव भी पारित किए गए हैं लेकिन केंद्र सरकार की हठधर्मिता है कि उसी सरकार के केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा किसानों को कहते हैं कि सुधर जाओ वरना सुधार देंगे, भाजपा अंग्रेजों से प्रेरित होकर राजनीति कर रही है यह लाशों पर सत्ता के लिए हमेशा राजनीति करती रही है इस देश की विडंबना है कि उन्होंने ऐसे हाथों में देश को सौंपा जिसके कारण पूरे देश में अराजकता का माहौल है कांग्रेस लगातार किसानों के लिए न्याय की सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ती रही है किसानों का मुद्दा राजनीतिक नहीं बल्कि हक व अधिकार का मुद्दा है इसे राजनीति चश्मे से नही देखना चाहिए किसानों की हत्या के बाद विपक्ष के नेताओं को पीड़ितों से मिलने नहीं दिया जाना और भी दुर्भाग्य जनक व अलोकतांत्रिक है कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा को लखनऊ में जबरिया रोककर नजर बंद करना उन्हें लखीमपुर खिरी में मृत किसानों के परिजनों के आंसू पोछे जाने से रोकना तथा योगी सरकार की तानाशाही पूर्ण रवैया की घोर शब्दों में निंदा की जाती है।


छत्तीसगढ़ मत्स्य विभाग के अध्यक्ष एमआर निषाद, महापौर सफीरा साहू, सभापति कविता साहू ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में किसान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बताए सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलकर सत्याग्रह कर रहे हैं ऐसे में लोकतंत्र विरोधी और गोडसे विचारधारा के मानने वालों ने निहत्थे किसानों को कार से रौंदकर, कुचलकर उनकी हत्या की है दुर्भाग्य की बात है कि पूरी घटना मोदी सरकार के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा जिनके ऊपर कानून व्यवस्था बनाए रखने तथा आमजन की सुरक्षा की जिम्मेदारी है उनके ही पुत्र के द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया है हम दो हमारे दो की नीति पर चलने वाली मोदी, योगी की सरकार तीन काले कृषि कानून को लागू कराने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।

ग्रामीण अध्यक्ष बलराम मौर्य ने कार्यक्रम में उपस्थितजनों का आभार जताते कहा कि तीन कृषि काले कानून के खिलाफ बीते साल भर से दिल्ली की सड़कों पर देश के किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और पूरा देश और मीडिया देख रहा है किसानों की आवाज को सुनने के बजाय उन्हें कुचलने का काम किया जा रहा है देश के अन्नदाता की आवाज को दबाने के लिए मोदी सरकार ने आंदोलन कारियों के सड़कों पर लगे पंडालों से बिजली का कनेक्शन और पेयजल सप्लाई भी बंद किया जा चुका है ब्रिटिश साम्राज्य के तर्ज पर आंदोलन को कुचलने के प्रयास किया जा रहा है तथा उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी किसानों को डराने धमकाने और क़ानूनीतन्त्र का दुरुपयोग कर किसानों का गला घोटने का कार्य कर रही है जो न्याय संगत नहीं।