जगदलपुर। तीन काले कृषि कानूनों को लेकर पूरे देश के किसान उद्वेलित हैं। किसानों पर प्रशासनिक अत्याचार सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाता है।कोविड की महामारी में तीन काले कानून लाना किसानों के साथ अन्याय है। केंद्र सरकार का रवैया अंग्रेजी हुकूमत की याद दिलाता है। तीन काले क़ानूनों के विरोध में और किसानों के समर्थन में तीन कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। ब्लॉक स्तरीय प्रर्दशन,जिला स्तरीय पद यात्रा का आयोजन एवं प्रदेश स्तरीय आंदोलन होगा। उक्त बातें जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने पत्रवार्ता के दौरान कहीं।
विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचन्द जैन ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार लगातार किसानों को परेशान कर रही है। केंद्र सरकार पूंजीपतियों को कृषि क्षेत्र में प्रवेश करवाकर किसानों को बंधुआ मजदूर बनाने की तैयारी में लगी है एवं किसानों के साथ किये हुए सारे वादों से मुकरे हैं। उनकी कथनी और करनी में अंतर है। किसानों के साथ ही आम पब्लिक को भी इस कानून की मार पड़ेगी। किसान सम्मान निधि 6000 रुपये तीन किश्तों में देने की बात कहीं थी। 25 लाख किसानों को अपात्र घोषित कर दिया गया।केंद्र सरकार किसानों के साथ छलावा कर रही है।