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कांग्रेस भवन में सादगी,गरिमा व सौहाद्र के साथ मनाया गया कांग्रेस स्थापना दिवस,जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा ने कांग्रेसियों को स्थापना दिवस की बधाई व शुभकामनाएं देकर कांग्रेस का सन्देश कार्यकर्ताओं तक साझा किया

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जगदलपुुुर। बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी (शहर) के द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सादगी-सौहाद्र व गरिमा के साथ आज 28 दिसंबर 2020 दिन (सोमवार) को स्थानीय कांग्रेस भवन में सुबह 9:00 बजे कांग्रेस पार्टी के ध्वज का आरोहण कर कांग्रेस का स्थापना दिवस मनाया गया।

सर्वप्रथम कांग्रेस के स्थापना दिवस पर जिला मुख्यालय में जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजीव शर्मा ने पार्टी के ध्वज का आरोहण किया और कांग्रेसियों को सन्देश देते हुए 136 में स्थापना दिवस की बधाई दी और कहा कि इस पर प्रत्येक सदस्य को गर्व होना चाहिए कि कांग्रेस संगठन भारत का ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक राजनीतिक संगठन है हमें गर्व है कि हम इतनी पुरानी पार्टी के सदस्य हैं.

28 दिसंबर 1885 को जनता के मुद्दे और देश को आजाद कराने के उद्देश्य से कांग्रेस की स्थापना एओ ह्यूम ने की थी कांग्रेस के कुशल नेतृत्व से देश को आजादी मिली, कांग्रेस ने आजादी के बाद आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई,आज चुनौती भरे माहौल में कांग्रेस कार्यकर्ता व देश की युवा पीढ़ी को विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक संगठन के यशस्वी इतिहास विचारधारा व समृद्धि सिद्धांतों से अवगत कराएं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश पर राज करने वाली सत्ता जनहित से सरोकार नहीं रखती इसलिए विपक्ष के रूप में हमारी जिम्मेदारी जनता के प्रति ज्यादा है हमारी एकजुटता लोकतंत्र को मजबूत बनाने में मदद करेगी।

महापौर सफीरा साहू ने कहा आज ही के दिन कांग्रेस की बुनियाद रखी गई थी कांग्रेस पार्टी की स्थापना भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए आज का दिन बेहद खास है क्योंकि इसी दिन मुंबई के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज में भारतीय राष्ट्रीय संघ के पहले सत्र के लिए जमा हुए थे जिसे बदलकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस नाम दिया गया शुरुआती दशकों में कांग्रेस की भूमिका सुधार प्रस्तावों तक सीमित रही 20वीं सदी की शुरुआत में पार्टी के अंदर ब्रिटिश उपनिवेशवाद के खिलाफ वह स्वदेशी के समर्थन में आवाज मुखर होने लगी भारतीयों से आयातित ब्रिटिश उत्पादों के बहिष्कार व भारतीय उत्पादों को अपनाने की अपील की जाने लगी सन 1920 और 30 के दशक में कांग्रेस ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में अहिंसक आंदोलन का रास्ता अपनाया आजादी के आंदोलन से जुड़े लगभग सभी बड़े नेताओं की राजनीतिक जड़ें कांग्रेस में रही हैं इनमें देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू व देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल प्रमुख है स्वतंत्रता के बाद लंबे समय तक पार्टी का देश में शासन रहा है एवं इस दौरान बतौर कांग्रेस परिवार के सदस्य होने के नाते हम सबका दायित्व है कि स्थापना दिवस के अवसर पर अधिक से अधिक संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित होकर कांग्रेसी ध्वज को सलाम कर राष्ट्र विरोधी ताकतों से लड़ने की प्रेरणा प्राप्त करें।

यह रहे मौजूद….
सतपाल शर्मा,कविता साहू,यशवर्धन राव,अनवर खान,बटोही शर्मा,धरम सोढ़ी,कमल झज्ज,कौशल नागवंशी,सुशील मौर्य, शहनवाज खान, जोहन सुता,कल्पना मेश्राम, कनक दई,माधुरी शर्मा,कोमल सेना,सुशीला बघेल, सुभाष गुलाटी,राजेश चौधरी, शहनाज़ बेगम,लता निषाद, श्वेता बघेल,राकेश मौर, अ.सईद,कैलाश नाग,पापिया गाईन,रंजित बक्शी,अमर सिंह,हरिशंकर सिंह,मोईन अख्तर, कमलेश पाठक,नरेंद्र तिवारी, हरीश साहू,विजय सिंह,अफ़रोज़ा बेगम, अल्ताफ़ खान,अनिमा अधिकारी,गायत्री मगराज, उत्तम साहू, मतीयश नम्रर्शिल,महेश द्विवेदी, अनुराग महतो,बंटी भदौरिया, नीतीश शर्मा,प्रवीन जैन,धवल जैन,ललित बनफूल, नीलमणि,कमला वर्मा, सुन्दरमणि,प्रेम ठाकुर, तरणजीत सिंह,गणेश झा,सरजीत सिंह बक्शी,सहित कांग्रेस के जिला/ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों,सेवादल, युवक कांग्रेस,महिला कांग्रेस,एनएसयूआई सहित अन्य प्रकोष्ठ/विभाग के पादाधिकारी/समन्वय समिति/सोशल मीडिया के प्रशिक्षित सदस्यों,नगर निगम/त्रि-स्तरीय पंचायत/सहकारिता क्षेत्र के सभी निर्वाचित जनप्रतिनिधियों व वरिष्ठ कांग्रेसियों और कार्यकर्तागण उपस्थित थे।