रायपुर। राजधानी रायपुर में देवेन्द्र नगर स्थित हेरिटेज अस्पताल की बड़ी लापरवाही से एक महिला की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि अस्पताल में सामान्य सर्दी खांसी और बुखार से पीड़ित महिला को कोरोना मरीज बताकर इलाज करते रहे. इस दौरान अस्पताल में परिजनों को लगभग 5 लाख रूपए से ज्यादा का बिल वसूल लिया. और तो और पीड़ित महिला को भी नहीं बचा सके.
मिली जानकारी के अनुसार 7 अक्टूबर को देवेन्द्र नगर के हेरिटेज अस्पताल में सुख बाई ढिधी को सर्दी जुकाम और बुखार होने पर भर्ती कराया गया था. सुख बाई के पुत्र अमर दास ढिधी ने बताया कि अस्पताल में भर्ती करने के बाद डॉक्टरों ने उनकी मां को कोरोना संक्रमित बता दिया, लेकिन उसे किसी प्रकार का कोरोना रिपोर्ट नहीं दिया गया. इसके बाद 1 महीने तक उसे इलाज का बिल थमाते रहे. ऐसा करते हुए अस्पताल ने मरीज के परिजनों से कुल 5 लाख से ज्यादा का बिल वसूल लिया.
एम्स में भर्ती लेने से किया इनकार
इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने खुद इलाज के लिए मरीज को एम्स अस्पताल में इलाज कराने की बात कही. अस्पताल से यह भी कहा गया कि एम्स प्रबंधन से उनकी बात भी हो गई है, लेकिन जब वह अपनी बिमार मां को एम्स लेकर गए तो वहां उन्हें वेंटिलेटर नहीं होने के कारण एडमिट करने से साफ इनकार कर दिया गया. इसके बाद हेरिटेज अस्पताल ने मरीज को मेकाहारा लेकर जाने की सलाह दी.
पीड़ित महिला के परिजन जब उसे मेकाहारा लेकर गए तो कोरोना रिपोर्ट दिखाने पर ही भर्ती लेने की बात कही, लेकिन हेरिटेज अस्पताल में मृतका के परिजनों को कोरोना रिपोर्ट नहीं दिया गया था. इलाज के इस जद्दोजहद के बीच आखिर में महिला की मौत हो गई. अब इस पूरे मामले में पीड़ित परिवार ने अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के खिलाफ एफआईआर कराने की बात कही है.