रायपुर। गृहमंत्री ने शनिवार को मीडिया के सवालों के जवाब दिए। बीते 15 दिनों में प्रदेश के कई हिस्सों से बलात्कार, हत्या, खुदकुशी और अपहरण की खबरें सामने आईं। इन घटनाओं ने प्रदेश सरकार की पुलिसिया कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। पुलिस की बड़ी लापरवाही उजागर हुई और मामले में अपनी संवेदनशीलता दिखाने दोषी पुलिस वालों को सस्पेंड करने, ट्रांसफर करने जैसी कार्रवाइयां भी करके दिखाईं। गृहमंत्री ने दुष्कर्म की घटनाओं पर कहा कि कोण्डागांव प्रकरण में 7 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है, एवं तत्काल विधि सम्मत कार्यवाही नहीं करने पर थाना प्रभारी को निलंबित कर जांच के आदेश दिये गये हैं।
उन्होंने कहा कि बलरामपुर में हुई घटनाओं में आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी की गई है। थाना रघुनाथपुर, अंतर्गत हुई घटना में उप पुलिस अधीक्षक एवं तत्काल थाना प्रभारी को निलंबित किया गया है। दुष्कर्म की घटना अत्यंत निंदनीय एवं चिंताजनक है। महिलाओं एवं बच्चों के विरूद्व यौन अपराध की गंभीरता को समझकर मुख्यमंत्री और मैंने समय-समय पर विभाग को कड़ी कार्यवाही करने के लिए कहा है। सभी रेंज, महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षकों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है। मुख्यमंत्री ने ऐसे मामलों की शीघ्र सुनवाई के लिए सभी जिलों में फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने के लिए छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा गया है।
बीते 15 दिनों में प्रदेश के ड्रग्स का बड़ा रैकेट फूटा है। इस केस में भिलाई, रायपुर और बिलासपुर से 15 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में गृहमंत्री ने कहा कि बीते डेढ़ वर्षों में पूरे प्रदेश में गांजा, एवं अन्य नशीले पदार्थों के सामग्री व्यापक पैमाने पर जप्त करते हुए आरोपियों की धर-पकड़ की कार्यवाही की जा रही है। राज्य सीमा में चेकिंग के निर्देश दिये गये है। नशीले पदार्थों के विरूद्व विगत एक माह में 5 रेंज अंतर्गत जिलों में कुल-166 कार्यवाही की गई है। इनमें रायपुर रेंज में 69, दुर्ग में 12, बिलासपुर में 28, बस्तर 13 और सरगुजा में 44 मामले दर्ज कर कार्रवाई की गई है। यह अभियान चलता रहेगा।
गृहमंत्री ने कहा कि शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर माओवादी लगातार आत्मसमर्पण कर रहे है, बस्तर रेंज अंतर्गत जिलों में विगत एक माह में 3 माओवादी आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में शामिल हुये है, 1 मुठभेड़ में मारा गया एवं 25 गिरफ्तार किये गये। इस कार्यवाही में हमारे 2 पुलिस कर्मी शहीद हुये है। नक्सली इलाकों के लिए विश्वास विकास सुरक्षा ” के तहत पुलिस काम कर रही है। नक्सल प्रभावित जिलों में विकास के लिए स्कूल, सड़क, बिजली, पहुंचाने के काम कर रहे हैं। गत डेढ़ वर्ष में नक्सल घटनाओं में 47 प्रतिशत की कमी आई है।