रायपुर। मरवाही उपचुनाव में नामांकन के अंतिम दिन शुक्रवार को कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. केके ध्रुव ने पर्चा दाखिल किया। दो सेट में जमा किए गए नामांकन में पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम मौजूद रहे। दूसरा सेट जमा करने के दौरान मंत्री जयसिंह अग्रवाल और कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत मौजूद थीं। निर्वाचन कार्यालय में इस दौरान जोगी परिवार भी मौजूद था। कार्यालय से बाहर निकले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फिर मीडिया से बात की।
उन्होंने कहा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला बनाने की मांग वर्षों से लंबित पड़ी थी। खुशी है कि इसे मेरे कार्यकाल में पूरा किया जा सका है। मरवाही अब विकास की नई गाथा लिखेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, पिछले 15 सालों में मरवाही की अनदेखी की गई, जिसके कारण विकास से वंचित रहा। हमारी सरकार ने डेढ़ साल ने में जो किया उसे जनता ने भी देखा। हम विकास की नई इबारत लिख रहे हैं। जनता इसका फल जरूर देगी। लोग लंबे समय से जिले की मांग कर रहे थे। हमने उन्हें नया जिला पेंड्रा-मरवाही-गौरेला दिया। मरवाही में त्रिकोणीय मुकाबले के सवाल पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि नामांकन के बाद स्क्रूटनी की प्रक्रिया होती है। यह काम निर्वाचन का है। स्क्रूटनी के बाद तय हो जाएगा कि कितने कोणीय मुकाबला होना है।
जोगी परिवार पर मुख्यमंत्री ने कसा तंज
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जोगी परिवार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा, हम किसी को चुनाव लड़ने से नहीं रोक रहे। मरवाही आरक्षित सीट है। जो आदिवासी होगा, वही चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा- मरवाही कांग्रेस की परंपरागत सीट है और वहां से हमारी जीत पक्की है। मुख्यमंत्री बघेल शुक्रवार को मरवाही रवाना होने से पहले मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा, चुनाव को चुनाव की तरह लड़ने में विश्वास रखते हैं। केवल वैध एसटी प्रमाण पत्र वाले ही चुनाव लड़ेंगे, लेकिन आरोप लगाया जा रहा है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, जिसके पास योग्यता का प्रमाण होगा, उसे कोई भी चुनाव लड़ने से नहीं रोक सकता। इसका मूल्यांकन निर्वाचन आयोग करता है, सरकार नहीं।