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निजीकरण के विरोध में कांग्रेस का नगरनार में जबरदस्त प्रदर्शन, बंद कराया कामकाज, केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी

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जगदलपुर। नगरनार स्थित एनएमडीसी के स्टील प्लाण्ट के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में आज जगदलपुर कांग्रेस के नेताओं ने कारखाने के सामने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए एक दिवसीय धरना दिया। इस आंदोलन का नेतृत्व करते हुए जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन ने ऐलान किया कि किसी भी स्थिति में इस कारखाने का निजीकरण नहीं करने दिया जाएगा क्योंकि यह बस्तरवासियों के हितों से जुड़ा मामला है। कांग्रेसजनों ने आज प्लाण्ट में काम भी बंद करा दिया और किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को कारखाने के अंदर नहीं जाने दिया। रेखचंद जैन ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों, व्यवसायिक तथा सामाजिक संगठनों से विस्तार से चर्चा करके आंदोलन की अगली रणनीति बनाई जाएगी।

नगरनाग स्थित एनएमडीसी के स्टील प्लाण्ट के प्रस्तावित निजीकरण का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी विरोध किया है तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर इस पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। बस्तर सांसद दीपक बैज ने साफ कहा है कि निजीकरण के विरोध में सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ी जाएगी। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप ही आज जगदलपुर कांग्रेस ने नगरनार प्लाण्ट का घेराव किया तथा एक दिवसीय धरना देकर अपने विरोध का प्रदर्शन किया।

धरना स्थल पर मीडिया से चर्चा करते हुए विधायक रेखचंद जैन ने कहा कि बस्तर में पेसा कानून 1966 लागू है पर भारत सरकार इसका उल्लंघन कर रही है। उन्होंने कहा कि नगरनार स्टील प्लाण्ट बस्तरवासियों का सपना है और इसके लिए उन्होंने अपनी जमीन एनएमडीसी को दी ताकि उनकी आने वाली पीढ़ी का भविष्य इस कारखाने के माध्यम से सुरक्षित हो सके परंतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तानाशाही रवैया अपनाते हुए इसका निजीकरण करने की कोशिश कर रहे हैं, जो हर्गिज भी नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कारखाना अभी शुरू भी नहीं हुआ है, उत्पादन भी शुरू नहीं हुआ है लेकिन भारत सरकार ने उसे बेचने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
विधायक रेखचंद जैन ने आरोप लगाया कि बस्तर के आदिवासी नौजवानों के हितों की अनदेखी करते हुए एनएमडीसी प्रबंधन पिछले दरवाजे से आठ सौ से लेकर बारह सौ लोगों की भरती कर रहा है, जिसका विरोध किया जाएगा। नगरनार स्टील प्लाण्ट पर पहला हक बस्तर के शिक्षित बेरोजगारों का है, उसे किसी को भी नहीं दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल निजीकरण को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है। कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए भी उन्होंने निजीकरण का विरोध किया था तथा पदयात्रा की तैयारी भी की थी। रेखचंद जैन ने कहा कि बस्तर की पूरी जनता तथा कांग्रेस नगरनार के निजीकरण के विरोध में है और इसको रोकने के लिए सभी प्रकार के कदम उठाए जाएंगे। आगे की रणनीति के बारे में उन्होंने बताया कि बहुत जल्द इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें बस्तर के व्यापारियों, उद्यमियों तथा समाजिक संगठनों को भी आमंत्रित किया जाएगा। इस बैठक में आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।