मंडल रेल प्रबंधक श्री देवाशीष त्रिपाठी के मार्गदर्शन में भोपाल मंडल के गुना-बिना रेलखंड पर 31 जनवरी 2025 को एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों में रेलवे की तत्परता, समन्वय और बचाव कार्यों की प्रभावशीलता को परखना था।
मॉक ड्रिल के अंतर्गत वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी श्री विजय शंकर गौतम के नेतृत्व में एक परिकल्पित दुर्घटना तैयार की गई, जिसमें कंजिया एवं सेमरखेडी स्टेशन के बीच समपार फाटक पर एक ट्रैक्टर-ट्रॉली के मालगाड़ी से टकराने की स्थिति दर्शाई गई। इस दुर्घटना में 10 से 12 लोगों के घायल होने का परिदृश्य बनाया गया, जिससे रेलवे की आपातकालीन सेवाओं की प्रतिक्रिया की जांच की जा सके। घटना की सूचना मिलते ही तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी गई। दोपहर 3:05 बजे सूचना मिलने के तुरंत बाद भोपाल कंट्रोल एवं बीना स्टेशन पर हूटर बजाया गया। एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल वैन (ARMV) और स्पेशल ट्रेन (SPART) को गुना और बीना से निर्धारित समय पर रवाना किया गया। रेलवे के सहायक मंडल संरक्षा अधिकारी श्री ममलेश यादव एवं अन्य अधिकारीगण भी घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्यों का निरीक्षण किया। लगभग 3:38 बजे मॉक ड्रिल को सफलतापूर्वक पूरा घोषित किया गया।
इस अभ्यास में मंडल के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर दुर्घटना प्रबंधन प्रक्रिया का मूल्यांकन किया और आपातकालीन राहत कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सुझाव दिए।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री सौरभ कटारिया ने बताया कि इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य रेलवे स्टाफ को आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित, संगठित और समन्वित प्रतिक्रिया के लिए प्रशिक्षित करना है। उन्होंने कहा कि इस तरह के अभ्यास रेलवे कर्मचारियों को वास्तविक परिस्थितियों में बेहतर और त्वरित निर्णय लेने में सहायक सिद्ध होते हैं। इस दौरान बचाव टीम, मेडिकल सेवाओं, संचार प्रणाली, सुरक्षा मानकों और दुर्घटना प्रबंधन की प्रभावशीलता की गहन समीक्षा की गई।
भोपाल मंडल रेलवे द्वारा किए गए इस मॉक ड्रिल से यह साबित हुआ कि रेलवे स्टाफ किसी भी आपातकालीन स्थिति में तत्काल और प्रभावी ढंग से कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस अभ्यास ने आपदा प्रबंधन योजनाओं की सफलता को दर्शाया और साबित किया कि रेलवे प्रशासन यात्रियों एवं स्टाफ की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क और प्रतिबद्ध है।