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शासकीय स्कूलों के बच्चे भी डिजिटल शिक्षा से जुड़कर आत्मनिर्भर बनें और देश की प्रगति में योगदान दें : सांसद लालवानी

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सांसद श्री शंकर लालवानी की पहल से शासकीय स्कूलों में 50 लाख रूपये की लागत के 105 कम्‍प्यूटर किये गये वितरित
इंदौर, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान को आगे बढ़ाते हुए सांसद श्री शंकर लालवानी की पहल पर 50 लाख रुपये की लागत के 105 कंप्यूटर इंदौर के शासकीय स्कूलों में वितरित किए गए। डिजिटल इंडिया मिशन को मजबूत करने और बेटियों की शिक्षा को  नया आयाम देने के उद्देश्य से देवी अहिल्या की 300वीं जयंती के अवसर पर सांसद श्री शंकर लालवानी द्वारा शासकीय स्कूलों में 300 कंप्यूटर लगाये जाएंगे। इस महत्वपूर्ण योजना की शुरुआत आज बाणगंगा स्थित अहिल्याश्रम कन्या विद्यालय से हुई, जहां सांसद श्री शंकर लालवानी ने विद्यार्थियों को कंप्यूटर सौंपे और उन्हें डिजिटल शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि माता अहिल्या के 300वीं जयंती वर्ष को स्मरणीय बनाने के लिए हमने संकल्प लिया है कि  300 कंप्यूटर विभिन्न स्कूलों में वितरित करेंगे। हमारा उद्देश्य है कि सरकारी स्कूलों के बच्चे भी डिजिटल शिक्षा से जुड़कर आत्मनिर्भर बनें और देश की प्रगति में योगदान दें। यह पहल सांसद सेवा संकल्प और इंडियन ऑयल के सीएसआर फंड के सहयोग से संभव हुई, जिसका उद्देश्य शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को आईटी के क्षेत्र में दक्ष बनाना और डिजिटल युग के लिए तैयार करना है।
    सांसद श्री शंकर लालवानी ने कहा कि बेटियों को डिजिटल शिक्षा का भरपूर लाभ मिले और वे भी आगे बढ़कर देश की प्रगति में योगदान दें, इसलिए हमने इस पहल की शुरुआत एक कन्या विद्यालय से की है। हमारी बेटियां अगर तकनीकी रूप से सशक्त होंगी, तो वे हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन करेंगी। सांसद श्री लालवानी ने इस अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का भी आभार व्यक्त किया और कहा कि उनके नेतृत्व में प्रदेश में शिक्षा का स्तर लगातार बेहतर हो रहा है। प्रदेश सरकार लगातार शिक्षा को प्राथमिकता दे रही है और डिजिटल संसाधनों को बढ़ाने के लिए कार्य कर रही है। आने वाले समय में और अधिक स्कूलों को डिजिटल रूप से सक्षम बनाया जाएगा, जिससे विद्यार्थियों को नई तकनीकों से सीखने का अवसर मिलेगा। इस अवसर पर सांसद लालवानी ने घोषणा की कि यह पहल इंदौर जिले के प्रत्येक सरकारी स्कूल में आधुनिक कंप्यूटर लैब स्थापित करने के लक्ष्य का पहला चरण है। भविष्य में और अधिक सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा का लाभ मिल सके। हमारा प्रयास है कि सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी भी टेक्नोलॉजी में माहिर हों और उन्हें निजी स्कूलों जैसी डिजिटल सुविधाएं मिलें। कंप्यूटर शिक्षा से बच्चों की क्षमताओं का विकास होगा और वे आत्मनिर्भर बनेंगे। उन्होंने बताया कि कंप्यूटरों का तीन साल तक रखरखाव और नियमित प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इन कंप्यूटरों का अधिकतम उपयोग हो और विद्यार्थियों को कंप्यूटर शिक्षा से सही लाभ मिले।

विद्यार्थियों और शिक्षकों में उत्साह

इस अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों ने कंप्यूटर प्राप्त कर खुशी जाहिर की और कहा कि अब वे अपने स्कूल में ही कंप्यूटर सीख सकेंगे, जिससे उनके करियर को दिशा मिलेगी। शिक्षकों ने भी इस पहल की सराहना की और कहा कि डिजिटल संसाधनों की उपलब्धता से पढ़ाई की गुणवत्ता में सुधार होगा और विद्यार्थी आधुनिक तकनीकों से अवगत हो सकेंगे। इस अवसर पर युग शक्ति एजुकेशन डेवलपमेन्ट सोसायटी अध्यक्ष श्रीमति मुक्ति जैन, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती सुषमा वैश्य, जिला शिक्षा समन्वय नरेन्द्र जैन, पार्षद श्रीमती सीमा डाबी उपस्थित थीं। आभार स्कूल प्राचार्य श्री दीपक हलवे ने माना।