नई दिल्ली। वियतनाम की प्रमुख कंपनी विनफास्ट भारत को अपने उत्पादन का केंद्र बनाने को तैयार है। कंपनी ने तमिलनाडु के तुतुकुडी में नया कारखाना लगाने की योजना तैयार की है, जिससे वह पश्चिम एशिया और अफ्रीका के बाजारों में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) का निर्यात करेगी। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस कारखाने में करीब 200 करोड़ डॉलर का निवेश किया जाएगा और इसका पहला चरण 2025 के मध्य तक चालू होने की उम्मीद है। विनफास्ट भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पूरा तंत्र लगाने की सोच रही है। इसके तहत कंपनी अपनी बैटरी निर्माण और चार्जिंग स्टेशन नेटवर्क के लिए भी निवेश करेगी। विनफास्ट वी-ग्रीन परियोजना के तहत बैटरी निर्माण करेगी और भारत में चार्जिंग ढांचे को विकसित करने निवेशकों को आकर्षित करेगी। यह कंपनी विनफास्ट से अलग है।
भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 में विनफास्ट ने भारतीय बाजार के लिए अपनी पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी वीएफ 7 और वीएफ 6 का प्रदर्शन किया। कंपनी ने इन दोनों गाड़ियों को इस साल के आखिर तक लॉन्च करने की योजना बनाई है और अगले कुछ सालों में सात इलेक्ट्रिक वाहनों को बाजार में उतारने का लक्ष्य है। विनफास्ट के एशिया के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि तुतुकुडी को चुनने की वजह है कि यह स्थान बंदरगाह और हवाई अड्डे के पास है, जिससे निर्यात में आसानी होगी।
भारत में अपने उत्पादन के लिए कंपनी ने शुरुआत में 50 करोड़ डॉलर के निवेश की योजना बनाई है। विनफास्ट के अधिकारी ने कहा कि वे भारत में बैटरी निर्माण पर भी विचार कर रहे हैं, ताकि वाहनों में स्थानीयकरण किया जा सके। विनफास्ट ने बताया कि प्रारंभिक चरण में देश के सभी प्रमुख महानगरों और बड़े शहरों में उनके डीलर पार्टनर होंगे। कंपनी का उद्देश्य भारत में लंबे समय तक व्यापार करना है और इसके तुतुकुडी कारखाने में अगले कुछ महीनों में 3,000 से 3,500 लोगों के लिए रोजगार के अवसर मिलने की उम्मीद है।