झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और गांडेय से विधायक कल्पना सोरेन को जल्द ही मिल सकती है झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी की कमान मिल सकती है. लोकसभा चुनाव 2024 परिणाम के बाद और हाल ही में सम्पन्न हुए झारखंड विधानसभा चुनाव में मिली प्रचंड जनादेश से उत्साहित JMM पार्टी अब अपनी फायर ब्रांड नेत्री और गांडेय विधानसभा सीट से विधायक कल्पना सोरेन को JMM पार्टी में बड़ी जिम्मेवारी देने की तैयारी में है. झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी के सूत्रों की माने तो जल्द ही झारखंड मुक्ति मोर्चा अपना 13वा महाधिवेशन करने जा रही है. पार्टी के सुप्रीमो दिशोम गुरु शिबू सोरेन और राज्य के मुखिया और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन पार्टी की मजबूत स्तंभ के रूप में महिलाओं के बीच लोकप्रिय पार्टी की विधायक और सोरेन परिवार की बहू कल्पना सोरेन को एक बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी में हैं. उन्हें पार्टी का केंद्रीय उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है, जहां पति हेमंत सोरेन राज्य की सत्ता की बागडोर संभाल रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ उनकी विधायक पत्नी कल्पना सोरेन को पार्टी की देने की तैयारी है.
कल्पना सोरेन को मिल सकती है पार्टी की कमान
JMM के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि कल्पना सोरेन एक जुझारू नेत्री हैं और आजाद भारत के इतिहास में महज कुछ महीनों में जो लोकप्रियता उन्होंने हासिल की हैं. उन्होंने कहा किकल्पना सोरेन पार्टी और राज्य के विपत्ति में एक संपत्ति बनकर उभरी है, विपत्ति के समय में जिस प्रकार उन्होंने पार्टी को संभाला, तानाशाही ताकतों के खिलाफ संघर्ष किया. सबको एकजुट रखा और महिलाओं के बीच उनकी लोकप्रियता का परिणाम आज सबके सामने है. कल्पना सोरेन जी को जो भी जिम्मेवारी मिलेगी उसका वह बेहतर तरीके से निर्वहन करेगी, उनमें वह पोटेंशियल और कैपेबिलिटी है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए अहम नेता बनें
उन्होंने कहा किसबको याद होगा किस प्रकार राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को षड्यंत्र के तहत सलाखों के पीछे पहुंचाया गया था, उसे विपत्ति के समय में घर की दहलीज लांघते हुए राजनीति में कदम रखने वाली कल्पना सोरेन ने किस प्रकार, मजबूती से सभी संकटों का सामना किया और आज झारखंड में प्रचंड बहुमत जनादेश के साथ सरकार बनी. वह पार्टी और सरकार के लिए स्टार कंपेनर थीं. उन्होंने खुद को साबित किया है कि वह पार्टी के लिए एसेर्ट्स और उन्हें बड़ी जिम्मेदारी पार्टी के महाधिवेशन में मिलेगी. इस बात से ही कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा का 13वां महा अधिवेशन जल्द
बता दें कि जल्द ही झारखंड मुक्ति मोर्चा अपना 13वां महा अधिवेशन करने जा रहा है. इसमें 6 राज्यों के 3000 से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल होंगे. इसमें झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और असम सहित अन्य देश भर से लोग शामिल होंगे. इसमें आगामी बिहार चुनाव के साथ-साथ अन्य प्रदेशों में चुनाव को लेकर पार्टी रणनीति तय करेगी और इसी महाधिवेशन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और गांडेय की विधायक कल्पना सोरेन को पार्टी केंद्रीय उपाध्यक्ष जैसे बड़े दायित्व दे सकती है. बता दें कि गांडेय से झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी की विधायक कल्पना सोरेन, झामुमो पार्टी के सुप्रीमो शिबू सोरेन की बहू हैं, जबकि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की वह पत्नी हैं.
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद राजनीति में हुई एंट्री
उन्होंने बीटेक, एमबीए की पढ़ाई की हैं, जमीन घोटाला मामले में 31 जनवरी 2024 को ईडी के द्वारा हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने घर की दहलीज को लांघते हुए ,राजनीतिक जीवन में प्रवेश किया था. पहली बार जून 2024 में उन्होंने गांडेय सीट पर हुए उपचुनाव में जीत दर्ज कर झारखंड विधानसभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुईं. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी दिलीप वर्मा को 27,149 वोटों से चुनाव में परास्त किया था.
महिला नेता के रूप में बढ़ाया कद
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में भी उन्हें गांडेय की जनता का प्यार मिला और दूसरी बार वह चुनाव जीत गयी. इस बार उन्होंने बीजेपी की प्रत्याशी मुनिया देवी को लगभग 17000 से वोटो से परास्त किया था. झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मैया सम्मान योजना को झारखंड की महिलाओं तक पहुंचाने और महिलाओं के बीच लोकप्रिय नेता बन चुकी कल्पना सोरेन जल्द ही झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी की बागडोर संभालने जा रही हैं. अब देखना होगा कि पार्टी कल्पना सोरेन को केंद्रीय उपाध्यक्ष बनती है या कोई और दायित्व देती है.