आईएएस नेहा मारव्या का दर्द सामने आया है। उन्होंने एसोसिएशन के युवा व्हाट्सएप ग्रुप पर अपना दर्द बयां किया है। आईएएस नेहा ने लिखा है कि नौकरी में उन्हें एक बार भी फील्ड पोस्टिंग नहीं मिली है। नौ महीने से सुबह ऑफिस आती हूं और शाम को चली जाती हूं। उन्होंने अपनी अलग-अलग पोस्टिंग का जिक्र किया है।
नेहा 2011 कैडर की आईएएस अधिकारी हैं
नेहा मारव्या एमपी कैडर की 2011 आईएएस अधिकारी हैं। नेहा का नाम पहले भी कई विवादों में आ चुका है। 2022 में नेहा मारव्या ने महिला आईएएस अधिकारियों के व्हाट्सएप ग्रुप में पोस्ट कर तत्कालीन प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी के साथ नई जगह राजस्व विभाग में उप सचिव के पद पर ज्वाइन करने को लेकर हुए विवाद का जिक्र किया था।
पहले भी कई विवादों में रही हैं
उन्होंने पूरे मामले में लंबी पोस्ट लिखी थी, जो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। इससे पहले वे भाजपा की दिग्गज नेता और पूर्व खेल मंत्री यशोधरा राजे से विवाद के चलते चर्चा में आई थीं। फिर आईएएस नेहा मारव्या और राजे के बीच विवाद सीएमओ तक पहुंचा।
भाजपा नेता वसुंधरा राजे से विवाद
शिवपुरी में आईएएस नेहा मारव्या प्रभारी कलेक्टर थीं। तब उनका यशोधरा राजे से विवाद हुआ था। प्रदेश के मुख्य सचिव ने उन्हें भोपाल तलब किया था। नेहा ने पूर्व मंत्री यशोधरा राजे को तीन सड़कों का लोकार्पण और शिलान्यास नहीं करने दिया।
जिला पंचायत अध्यक्ष से विवाद
जब आईएएस नेहा मारव्या जबलपुर में पदस्थ थीं। तब उनका पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनोरमा पटेल से विवाद हुआ था। यह मामला सीएमओ तक पहुंचा था। इसके अलावा जब मारव्या को कलेक्टर का प्रभार मिला तो गणतंत्र दिवस की कवरेज को लेकर विवाद हुआ था। 2014 में गुना में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रचार वाहन पर कार्रवाई का मामला सामने आया था। तब चुनाव आयोग ने उनका तबादला कर दिया था।