रायपुर । बड़े-बड़े झरनों और पहाड़ों के साथ घने जंगलों वाले राज्य छत्तीसगढ़ की खूबसूरती काफी मनमोहक है, लेकिन जब भी छत्तीसगढ़ की बात होती है, तब सबसे पहले नक्सलवाद याद आता है। लेकिन पिछले कुछ सालों में राज्य में नक्सली हमले कम हुए हैं। पिछले कुछ सालों में नक्सली हमले कम हुए हैं। छत्तीसगढ़ के बस्तर और जगदलपुर के अलावा बीजापुर सबसे नक्सल प्रभावित इलाके हैं, लेकिन अब बीजापुर में नक्सलियों के नेटवर्क को पूरी तरीके से ध्वस्त कर शांति स्थापित की गई है।
सबसे बड़े कमांडर हिडमा के गांव पहुंचकर लगाई जनता चौपाल
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह नक्सलियों के सबसे बड़े कमांडर हिडमा के गढ़ बीजापुर जिले के गुंडम गांव में महुआ के पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर ग्रामीणों के साथ चर्चा की। बता दें कि बीजापुर जिले का गुंडम इलाका नक्सली कमांडर हिडमा के गांव पुवर्ती से सिर्फ 10 किलोमीटर दूर है। गुंडम गांव बस्तर के सबसे खूंखार माओवादी नेता और पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी के कमांडर माडवी हिडमा का गढ़ है। गुंडम में कभी नक्सली अपने प्रशिक्षण शिविर के रूप में इस्तेमाल करते थे, हालांकि अब नक्सलियों से मुक्त हो गया है। इसी जगह पर नक्सली अपना सहिदी दिवस मनाते थे। गुंडम में सुरक्षा बलों ने इस साल 14 फरवरी को एक सुरक्षा शिविर या फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (एफओबी) स्थापित किया था।
हिडमा सीपीआई (माओवादी) केंद्रीय समिति का सबसे युवा सदस्य है और कई घातक हमलों का मास्टरमाइंड है, इसमें 2010 का दंतेवाड़ा नरसंहार शामिल है, जिसमें 75 सीआरपीएफ कर्मी मारे गए थे। इसके अलावा साल 2017 में सुकमा में हुए हमले में भी हिडमा शामिल था, इसमें दो दर्जन से अधिक लोग मारे गए थे। उसके सिर पर 1 करोड़ रुपये का इनाम है, लेकिन वह पकड़ से बचने में कामयाब रहा है।
इस मौके पर गृहमंत्री शाह ने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी की पहल पर हमने माओवादी आतंक को 31 मार्च 2026 तक समाप्त करने का लक्ष्य रखा है, इसका परिणाम है कि आज नक्सलवाद एक छोटे से दायरे में सिमट गया है। माओवादी आतंक के डर से ग्रामीणों को मुक्त कराने के लिए बस्तर के विभिन्न स्थानों में सुरक्षा कैंप लगे है। बस्तर अंचल में अमन और शांति का वातावरण स्थापित हो रहा है। शाह ने ग्रामीणों से ज्यादा से ज्यादा योजनाओं से जुड़कर विकास की मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की। उन्होंने बताया गुंडम के करीब स्थापित कैंप में अस्पताल की सुविधा है, जहां निशुल्क उपचार हेतु ग्रामीण निसंकोच होकर जाएं और झाड़-फूंक के भरोसे नहीं रहें। शाह ने ग्रामीणों को निशुल्क 35 किलो चावल, महतारी वंदन योजना सहित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया। उन्होंने गांव में स्थित प्राथमिक शाला का अवलोकन कर बच्चों से पढ़ाई संबंधी जानकारी ली और नियमित स्कूल आने के लिए बच्चों को प्रेरित किया। वहीं उन्होंने महिलाओं को भी शिक्षा के लाभ से अवगत कराया। केंद्रीय मंत्री शाह ने ग्रामीणों हेतु जन सुविधा शिविर लगाकर आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पासबुक, आयुष्मान कार्ड सहित अन्य सभी आवश्यक दस्तावेज बनाने के निर्देश कलेक्टर को दिए।