नई दिल्ली. 3 मई को ओडिशा में आये फैनी तूफान की वजह से जहाँ एक ओर 41 जानें चली गईं वही दूसरी ओर भुवनेश्वर स्थित एक अस्पताल में नर्सों और स्टाफ की बहादुरी से 22 नवजातों की जान बच गई। भुवनेश्वर के कैपिटल अस्पताल की सिक एंड न्यू बॉर्न केयर यूनिट में 22 नवजात थे। तूफान के चलते पहली मंजिल पर स्थित केयर यूनिट की छत गिरने लगी तब नर्सों और अन्य स्टाफ ने बच्चों को अपने शरीर से ढंककर सुरक्षित बचा लिया।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि पहली मंजिल पर केयर यूनिट में 22 बच्चे थे। दोपहर 12.30 बजे फैनी की तेज हवाओं के चलते छत गिरने लगी। एसएनसीयू में रखे उपकरण और बिजली का सामान गिरने लगा। छत गिरने के दौरान स्टाफ ने अपनी जान की परवाह नहीं की और बच्चों की ढाल बनकर उन्हें सुरक्षित ग्राउंड फ्लोर तक लेकर आए। स्टाफ ने समझदारी दिखाई और बच्चों को आईसीयू में ले गए और वहां रखे वॉर्मर को डिस्कनेक्ट कर दिया। इसके अलावा इलेक्ट्रिक स्विच भी बंद कर दिए गए ताकि शॉर्ट सर्किट ना हो सके। इनकी बहादुरी और समझदारी के चलते 22 बच्चों की जान बचाई जा सकी।