काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव के दरबार में अब केक काटने की परंपरा पर रोक लग गई है. मंदिर प्रबंधन ने इसका फैसला लिया है. दरसअल, बीते दिनों ममता राय नाम की सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर के गर्भगृह में बर्थडे सेलिब्रेशन और केक काटे जाने का वीडियो सामने आया था. इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर इसको लेकर बहस छिड़ी थी, जिसमें मंदिर प्रबंधन पर लोग तरह तरह की टिप्पणी कर रहे थे.
इसके अलावा काशी विद्वत परिषद और अन्य संतो ने भी इस पर नाराजगी जताई है. विश्व हिंदू सेना के प्रमुख अरुण पाठक ने भी इसे गलत बताया था. जिसके बाद मंदिर व्यवस्थापक नवीन गिरी ने बैठक बुलाई. बैठक के बाद मंदिर प्रबंधन ने परिसर में किसी भी उत्सव के दौरान यहां केक काटने पर प्रतिबंध लगा दिया.
भैरव अष्टमी पर भी नहीं कटेगा केक
मंदिर व्यवस्थापक नवीन गिरी ने बताया कि अब भैरव अष्टमी जैसे आयोजनों पर भी मंदिर परिसर में केक नहीं काटा जाएगा. इसके अलावा उन्होंने जनता से भी अपील की है कि वह मंदिर प्रबंधन के इस फैसले का साथ दें और ऐसे आयोजनों से बचें. बता दें कि हर साल भैरव अष्टमी के दिन काल भैरव मंदिर में भक्तों की ओर से केक काटकर उनका जन्मदिन मनाया जाता है.
फैसला स्वागत योग्य
मंदिर में केक काटे जाने के फैसले पर रोक के बाद काशी विद्वत परिषद ने भी मंदिर प्रशासन के इस फैसले का स्वागत किया है. काशी विद्वत परिषद के महामंत्री रामनारायण द्विवेदी ने बताया कि सनातन धर्म में केक काटे जाने की कोई परंपरा नहीं है. ऐसे में कालभैरव मंदिर का यह फैसला काफी सराहनीय है.
फोटोग्राफी पर भी लग सकता है रोक
काल भैरव मंदिर में जल्द ही भक्तों के द्वारा की जा रही फोटोग्राफी पर भी मंदिर प्रशासन रोक लगा सकता है. इसके लिए भी मंदिर प्रबंधन अब विचार कर रहा है.