ग्वालियर में लक्ष्मण तलैया पर स्थित किले का हनुमान मंदिर लगभग 1000 साल पुराना है. इस मंदिर के विषय में कहा जाता है. यह मंदिर किसी के द्वारा बनवाया गया नहीं है यहां पर भगवान हनुमान स्वयं अपने आप केले में से प्रकट हुए थे. यह मंदिर 1000 सालों से स्थित है.
ग्वालियर में लक्ष्मण तलैया पर स्थित यह मंदिर किले के अंदर बना हुआ है. यहां पर ऐसा माना जाता है इस मंदिर में मंगलवार और शनिवार को दर्शन करने से विशेष प्रभाव प्राप्त होता है. यहां श्रद्धालु हर मंगल और शनि को दर्शन करने आते हैं. इसके अलावा इस मंदिर में पूजा पाठ करने के लिए स्थानीय लोग हर रोज सुबह और शाम आया करते हैं इस मंदिर का इतिहास बहुत पुराना बताया जाता है. ऐसा बताया जाता है. यह मंदिर लगभग 1000 से डेढ़ हजार साल पुराना है. इस मंदिर पर आसपास के भक्तों की गहरी आस्था है.
शनिवार को सुंदरकांड करने का है विशेष फल
ग्वालियर के इस मंदिर में शनिवार के दिन लोग आवश्यक रूप से पूजा पाठ करने आते हैं.जिसमें शनिवार के दिन आकर लोग हनुमान बाहुक, एवं सुंदरकांड का पाठ किया करते हैं. यहां शनिवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करने का बहुत महत्व है. सुंदरकांड का पाठ करने पर सभी संकटों का निवारण होता है.ऐसा लोगों की आस्था है.पंडित रमेश चंद्र भार्गव ने लोकल 18 से कहा कि बताया यह मंदिर मान सिंह तोमर एवं उनके समकक्ष काल का रहा है. यहां पर तोमर वंश के द्वारा लंबे समय तक पूजा करी जाती रही है इसके अलावा एक जमाने में सिंधिया रियासत भी यहां पर अपनी गहरी आस्था रखती है.